गौमाता कि हालत दयनिय, लोग नही समज रहे है माँ कि ममता
सरकार द्वारा तरह-तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं इसी अंतर्गत गौ संवर्धन और गौ रक्षा के लिए भी कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है । इसके बावजूद भी गौ माता की हालत दयनीय बनती जा रही है । ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला कड़ाके की ठंड के बीच एक 2 दिन का नवजात बछड़ा जो ठंड के मारे तडपता ठिठुरता हुआ नजर आया लेकिन किसी ने इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया ।
जब इस तरफ वागड़ लाइव के रिपोर्टर जितेंद्र सिंह चौहान का ध्यान गया तो उन्होंने तुरंत गौ रक्षक दल के जागरूक गौ भक्त गिरदावर मुकेश भोई से संपर्क साधा, और वस्तुस्थिति से अवगत करवाया उन्होंने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की और वहां पर बछड़े की सहायता के लिए कंबल रजाई आदि लेकर गौभक्त पहुंचे और बछड़े को रजाई में लपेटा गया मामला डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा तहसील अंतर्गत सागवाड़ा शहर का है जहां पर 2 दिनों से एक गाय अपने छोटे बछड़े को लेकर इधर उधर भटक रही है, विश्व की सुंदरता इस बछड़े के आगे जिरो है ऐसे प्यारे बछड़े को इतनी कप कपाती ठंड से बचाने का गौ माता के पास कोई साधन नहीं था और बछड़ा ठंड के मारे कांप ऱहा था ।
जब तक गाय दूध देती है गोपालक गाय की हिफाजत करते हैं और जब दूध देना बंद कर देती है तो उसे भटकने के लिए छोड़ देते हैं, ऐसे निकम्मे गोपाल को पर लानत है जो गौ माता अपने बछड़े के दूध का आधा हिस्सा गोपालक को
देती है ऐसे गोपालक गौ माता की हिफाजत करना नहीं जानते हैं और उन्हें दर-दर ठोकरें खाने को छोड़ देते हैं । यह गौ माता दिनभर भटकने के बाद जब शाम हुई तो राजकीय चिकित्सालय सागवाडा में बछड़े को बचाने के लिए लेकर पहुंची लेकिन वहां पर ठंड से बचाने के लिए उसे कोई चारा नजर नहीं आया गौ रक्षकों ने अपने धर्म को निभाते हुए इस बछड़े की सहायता की ।
कंबल और रजाई लपेटी गई तो गौ माता के हाव भाव से यह स्पष्ट हुआ कि उसे बहुत ही खुशी हुई और मानो गौ भक्तों को कई तरह के आशीर्वाद दे रही हो ऐसे हाव भाव प्रकट कर रही थी । गौमाता के सहायता के लिए जयवर्धन सिंह झाखरी भरत डेंडोर महेश कलाल भवर सिंह पटली आदि गौभक्तो ने सहयोग किया । सभी लोगो से विनम्र निवेदन है कि गौ माता की अहमियत समझें और उसकी हिफाजत करें और इस तरफ सागवाडा प्रशासन से भी निवेदन है कि सागवाड़ा शहर में बेसहारा गौमाता जो आए दिन सड़क पर बेसहारा हो कर बैठी रहती है और आए दिन दुर्घटना की शिकार होती हैं इनके लिए गौशाला का प्रबंध करें और गौ रक्षा में सहयोग प्रदान करें इस संबंध में सामाजिक और धार्मिक संगठन भी आगे आकर प्रयास करें जिससे गौमाता की रक्षा की जा सके ।