भारतीय ट्राइबल पार्टी सराडा ने मेवाड़ भील कोर खेरवाड़ा/बांसवाड़ा बटालियन की कम्पनियों का नियोजन निरस्त करवाने के मामले को लेकर राजस्थान मुख्यमंत्री के नाम सराडा उपखण्ड अधिकारी को दिया ज्ञापन।
ज्ञापन में बताया कि मेवाड़ भील कोर खेरवाड़ा बटालियन की स्थापना 1 जनवरी 1841 में भोमट/मेवाड़ क्षेत्र में कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था हेतु स्थापित की गई थी। जिसका उद्देश्य क्षेत्र में उपद्रव जेसी घटना नहीं होने दी है,एमबीसी के जवानों ने हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहकर अपनी जान की परवाह किये बिना स्थानीय कानून व्यवस्था को बनाए रखा है।
Videos👉
माह सितंबर 2020 में डूंगरपुर जिले के कांकरी डूंगरी में लगभग 25 दिनों से आंदोलन चल रहा था।
अंत में आंदोलन भड़क उठा था जिसमें एमबीसी के लगभग 40 जवानों का जाप्ता ड्यूटी में तैनात किया गया था।परंतु महानिरीक्षक पुलिस उदयपुर रेंज द्वारा एमबीसी खेरवाड़ा के ड्यूटी कर रहे जाप्ते पर आरोप लगाया गया लगाया है कि जवानों ने प्रशासन का साथ नहीं दिया गया।जबकि अंतिम समय तक अग्रिम पंक्ति में रहकर आंदोलनकारियों को रोकने का कार्य किया था । जिसमें जवानों को कई गंभीर चोटें भी आई थी। मेवाड़ भील कोर खेरवाड़ा के जवानों पर प्रशासन का सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है जो पूर्णतय गलत है।
ज्ञापन देते समय ब्लॉक अध्यक्ष बाबूलाल हरमोर,उपाध्यक्ष किशोर खराड़ी,वार्ड पंच राकेश मीणा, राम लाल खराड़ी,कैलाश,केशव कटारा,हाजु मीणा,कमला कुमारी मीणा सहित कई कार्यकर्ता व समाजजन मौजूद रहे।
सराडा से नितेश पटेल की रिपोर्ट