नई दिल्ली । हाल ही ब्रिटेन में खोज गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने दुनियाभर में चिंता पैदा कर दी है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव ने जब कहा कि कोरोना वायरस म्यूटेट हो रहा है और ज्यादा खतरनाक हो सकता है। उन्होंने नए स्ट्रेन को 'नियंत्रण से बाहर' बताया था। इसके बाद भारत सहित दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन से आने-जाने वाली फ्लाइट पर पाबंदी लगाई दी। वहीं खुद ब्रिटेन में भी फिर से दोबारा लॉकडाउन लगा दिया गया है। लेकिन अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना वायरस का नया नियंत्रण से बाहर नहीं है और हो सकता है कि यह पहले से ही कुछ देशों में मौजूद हो।
विश्वस्वास्थ्य संगठन में कोरोना महामारी के प्रमुख माइकल रयान ने कहा कि भले ही नया स्ट्रेन फैलने में ज्यादा कुशल हो गया है, लेकिन इसे रोका जा सकता है। यह नियंत्रण से बाहर नहीं है। उन्होंने कहा कि नए स्ट्रेन को फैलने से रोकने के लिए हमें वहीं करने की जरूरत है, जो हम अभी तक करते आ रहे हैं। लेकिन हमें कोविड-19 से बचने संबंधी गाइडलाइन के पालन करने में तेजी दिखानी होगी।
दूसरी ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि हो सकता है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहले से ही कुछ देशों में मौजूद हो। स्वामीनाथन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे यकीन है कि कुछ अन्य देश भी यदि कोरोना वायरस से संबंधित अपने डेटा का आंकलन करेंगे तो कोरना वायरस का नया स्ट्रेन पा सकते हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने नए स्ट्रेन को पहले की तुलना में 70 फीसदी ज्यादा खतरनाक बताया था। नया स्ट्रेन लंदन और दक्षिणी इंग्लैंड में तेजी से फैल रहा है। साथ ही काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के महानिदेशक शेखर मंडे ने कहा कि नए स्ट्रेन से चिंतित होने की जरूरत नहीं है और इस स्ट्रेन पर भी वैक्सीन उतनी ही प्रभावी होगी।