उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार को एक बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ । यहां श्मशान घाट की छत गिर गई । पीटीई की खबर के अनुसार, हादसे में 24 लोगों की मौत हो गयी है, जबकि 15 अन्य घायल हो गये । अब तक 38 लोगों को मलबे से निकाला गया हैं । देर शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा । ये सभी लोग बारिश से बचने के लिए छत के नीचे खड़े थे । जिस शख्स का दाह संस्कार चल रहा था, हादसे में उनके एक बेटे की भी मौत हो गयी ।
वहीं, घटना के बाद मुरादनगर नगर पालिका ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष, ठेकेदार अजय त्यागी समेत कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है । इन सभी के खिलाफ धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है । बता दें, श्मशान में 55 लाख की लागत से गलियारे का निर्माण हुआ था और करीब पंद्रह दिन पहले ही इसे जनता के लिए खोला गया था ।
पुलिस ने बताया कि मृतकों में अधिकतर जयराम के रिश्तेदार थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार हो रहा था । चश्मदीदों के मुताबिक, हादसे के बाद का मंजर बेहद भयावह था । मलबे में दबे लोगों के शरीर के अंग कट गये थे । घटनास्थल पर मौजूद देवेंद्र ने बताया कि उसके दादा का अंतिम संस्कार चल रहा था और बाकी लोग दूर खड़े होकर देख रहे थे । इसी दौरान जोर की आवाज आयी और जब वह उस तरफ दौड़ा, तो देखा लेंटर के नीचे कई लोग दबे हुए थे । इस हादसे में उनके चाचा की भी मौत हो गयी ।
चीख-पुकार सुन कर लोग श्मशान की ओर भागे : श्मशान घाट के पास रहनेवाले एक चश्मदीद ने बताया कि बारिश हो रही थी । लोग अपने घरों में थे । अचानक तेज आवाज हुई और चीख-पुकार मच गयी । पहले कोई समझ नहीं पाया कि आखिर क्या हुआ है? चीख-पुकार जब तेज हुई, तो लोग घरों से बाहर निकले । उस समय कुछ लोग शोर मचाते हुए श्मशान से बाहर की तरफ भाग रहे थे । जब स्थानीय लोग वहां पहुंचे, तो उनकी सांसें थम गयी थी ।
तीन माह पहले डाला गया था लेंटर, योगी ने मांगी रिपोर्ट : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख प्रकट किया । मोदी ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है ।
सीएम योगी ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है । साथ ही मुख्यमंत्री ने मेरठ के संभागीय आयुक्त और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्षेत्र) को इस घटना के बारे में रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है । बताया जा रहा है कि तीन महीने पहले श्मशान घाट में लेंटर डाला गया था, जिसमें कच्ची रेत का इस्तेमाल किया गया ।