कोरोना हुआ विकराल, राज्य में पांचवें नंबर पर डूंगरपुर जिले ने दर्ज किया है कोरोना का स्थान
क्या है इस उपलब्धि के पिछे कारण?
सबसे बड़ा कारण सागवाड़ा शहर मुंबई और अहमदाबाद जेसे शहरों से सिधा संपर्क में है हर रोज यहां पर अहमदाबाद और मुंबई से लोगों का आना-जाना लगा रहता है। और सबसे बड़ी बात यह है कि सफर करने वाले यात्री बिना मास्क के सागवाड़ा शहर में प्रवेश कर लेते हैं ।
होली पर्व पर हजारों की संख्या में अहमदाबाद और मुंबई से लोग आए और यहां पर खुल कर होली का आनंद लिया ।
होली पर्व पर अप्रत्यक्ष रूप से दि गई छुट कि वजह से लोगों ने कोरोना के खतरे को नहीं देखा।
अब कुछ सवाल है जो बार बार दिमाग में गुमते है । आखिर कोरोना को केसे कंट्रोल किया जाए ? क्या रात को 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लोकडाउन से कोरोना वायरस पर कंट्रोल हो जाएगा ? दिन भर बाजार में लोग मेला लगाए रहते हैं दिन में कोरोना आराम करता है? सरकार अब लोकडाउन के मुड में नहीं है तो लोग बेवजह घुमाते रहेंगे ?
अब कुछ एसे लोगो कि बात करते हैं जो बेवजह कोरोना कि चपेट में आ रहे हैं । सरकार द्वारा कोरोना जांच की रिपोर्ट को अन्य राज्यों में जाने वाले लोगों के लिए अनिवार्य कर दिया है । अब एसे लोग जो बिल्कुल स्वस्थ है कोरोना जांच के लिए पहुंच रहे हैं । जहां पहले से ही कोरोना संदिग्ध लोग या मरीज मोजुद है । जांच केंद्र पर मची भीड के बिच एसे स्वस्थ लोग खड़े रहने के लिए मजबूर हैं । और कुछ दिनों बाद ये भी बिमार ! 72 घंटे की रिपोर्ट लेकर बॉर्डर पहुंचने वाला व्यक्ति क्या कभी कोरोना पॉजिटिव नहीं होगा? अगर इसी तरह से चलता रहा तो मानव जीवन बचाना मुस्किल हो सकता है ।
आज राजस्थान में कोरोना पॉजिटिव मरीज का आंकड़ा एक दिन में रिकॉर्ड्स तोडता हुआ 2429 पर पहुंच चुका है । और आज के दिन में कोरोना से 12 लोगों कि मोत हो चुकी है फिर भी हम लोग कोरोना पर मजाक कर रहे हैं राज्य में 14768 कोरोना के एक्टीव केस है लेकिन हम बिना मास्क के बाजार में सब्जी खरीदने जा रहे हैं ।
अब न तो सरकार कहेगी न प्रशासन क्यों की सरकार को आंकड़े जुटाने है और प्रशासन आप पर सख्त होगा तो राजनिति प्रारंभ हो जाएगी । भलाई इसी में है कि बिना काम में भुत बाबा की तरह इधर उधर नहीं भटके क्यों की सरकार ने लोकडाउन के दौरान आपकि अच्छी देखभाल की थी लेकिन तब भी नहीं संभले अब बिना लोकडाउन के अपने घर से बाहर तभी निकले जब अति आवश्यक है । क्यों कि बैंक का स्टाफ पॉजिटिव है, बाजार में व्यापारी पॉजिटिव है, अस्पताल में न जाने कितने लोग संक्रमित है पहले लोगों को आइसोलेटेड किया जा रहा था पॉजिटिव कि देखरेख कि जाती थी लेकिन अब सभी पॉजिटिव घर पर है और न जाने कब आपके बिच बाजार में घुम रहे हैं ।
अतः अपनी और अपने परिवार कि जिंदगी बचानी है तो मास्क पहने दो गज दुर रहे और अति आवश्यक है तभी घर को छोड़ें । स्थिति नियंत्रण से बाहर है और विदेशी टेक्नोलॉजी भारत में नहीं है यहां अभी भी झांड फुक पर लोग विश्वास करते हैं सरकार के पास संसाधन नहीं है । अपना दिमाग नहीं लगा कर सरकार की गाइडलाइंस का पालन करें और सरकार को सहयोग करें ताकि आई हुई वेश्विक महामारी से निपटा जा सके ।आपकी बारी आने पर टिका जरुर लगवा लें ।
सर्दी जुखाम बुखार सरदर्द बदन दर्द होने पर सिंधे अस्पताल पहुंचे ।