चिकित्सा विभाग बिकानेर डॉ मिणा ने पत्रकारों से क्या कहा देखिए-
देश में कोरोना की दूसरी लहर लगभग थम सी गई है लेकिन अब महामारी के डेल्टा प्लस वन के वैरीअंट के मामले सामने आने लग गए हैं। राजस्थान में डेल्टा प्लस वेरिएंट की एंट्री लगभग हो चुकी है बीकानेर में 65 वर्षीय महिला में इस बात की पुष्टि हुई है। विगत 31 मई को महिला का सैंपल niv पुणे भेजा गया था। लगभग 25 दिनों के इंतजार के बाद रिपोर्ट सामने आई है तो चिकित्सा विभाग में खलबली मच गई है।
महिला से संपर्क में आए हुए लोगों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है और कंटेनमेंट जोन बनाकर आसपास के क्षेत्र को बंद कर दिया गया है साथ ही बताया जा रहा है कि महिला की स्थिति अभी पहले से ठीक है लेकिन उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट अभी भी रिपोर्ट पॉजिटिव बताई जा रही है।
आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर अपना प्रभाव कम करने के बाद देखा जाए तो शहर में लोगों ने लगभग सावधानियां बरतना छोड़ दी है और पहले की तरह जीवन यापन करना शुरू कर दिया है । ऐसे में अगर करोना कि यह तीसरी लहर अगर चपेट में लेती है तो कितना खतरनाक साबित हो सकता है यह किसी को डराने के लिए नहीं बता रहे हैं लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए इस बात को अवगत करवा रहे हैं अगर हम सुरक्षित रहेंगे तो सब कुछ है अन्यथा मर र किसी ने कभी कोई काम नहीं किया।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर का खतरनाक रूप झेलने के बाद अब सरकार तीसरी लहर की आशंका से परेशान है। इस संबंध में ICMR और Imperial College लंदन ने एक संयुक्त रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना कम है ।
'इन 4 कारणों से आ सकती है तीसरी लहर'
स्टडी में कहा गया है कि देश में तीसरी लहर (Corona Third Wave) केवल 4 कारणों से आ सकती है । पहला कारण, जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन लगी है, उनकी इम्यूनिटी कम हो जाए । दूसरा कारण, कोई ऐसा नया वायरस वेरिएंट आ जाए, जो कि इम्यूनिटी को बाईपास कर जाए ।
'नया वेरिएंट बन सकता है खतरा'
तीसरा कारण, कोरोना (Coronavirus) का कोई ऐसा वायरस वेरिएंट आ जाए जो पहले वाले वेरिएंट से ज्यादा तेजी से फैलने वाला हो । चौथा और अंतिम कारण, लॉकडाउन खोलने के बाद सड़कों पर भीड़ इतनी बढ़ जाए कि उसे कंट्रोल करना मुश्किल हो जाए ।
'वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज की जाए'
स्टडी में कहा गया है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) आती भी है, तब भी वह दूसरी लहर की तुलना में ज्यादा खतरनाक नहीं होगी । रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर देश में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज रहे और लोग सामाजिक दूरी का पालन करें तो इस लहर को थामा भी जा सकता है ।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 9677 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 10138 लोग डिस्चार्ज हुए और 156 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। प्रदेश में कुल मामले 60,17,035 हैं। कुल 57,72,799 डिस्चार्ज हुए हैं। वहीं, प्रदेश में कुल 1,20,370 लोगों की कोरोना से अब तक मौत हो चुकी है। कुल सक्रिय मामले 1,20,715 हैं।