अवैध संबंधों का पता चला तो पिता ने कर दी दूसरी पत्नी के इकलौते बेटे की नृशंस हत्या
मध्यप्रदेश/ देवास जिले के बरोठा थाना क्षेत्र के ग्राम बांगरदा में तीन दिन पहले खेत के किनारे पड़े मिले 15 साल के एक किशोर के हाथ कटे शव के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। किशोर का पिता ही हत्यारा निकला है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। किशोर ने अपने पिता को एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद महिला द्वारा किशोर को रास्ते से हटाने और ऐसा नहीं करने पर आत्महत्या का का दबाव बनाया जा रहा था।शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि हरिओम चौहान की हत्या के मामले में पिता मोहनलाल चौहान (48), आशा चौहान (28) निवासी बांगरदा मध्यप्रदेश को गिरफ्तार किया है। इनके अवैध संबंध थे जिनका पता हरिओम को चल गया था, इसलिए उसकी हत्या की गई। महिला मोहनलाल के चचेरे भाई की पत्नी है।
हत्याकांड के खुलासे में डीएसपी मुख्यालय किरण शर्मा के नेतृत्व में टीआई शैलेंद्र मुकाती, थाना प्रभारी अजाक अंजू शर्मा, एसआई कमलकिशोर मालवीय, एएसआई धर्मेंद्र नागर, प्रधानारक्षक सुरेश चौहान, सुनील रावत, मनोज पटेल, सुरेश कुमावत, पूजा बामनिया आदि की भूमिका रही। पूरी टीम को 10 हजार रुपए का पुरस्कार पुलिस अधीक्षक की ओर से दिया जाएगा।
आरोपी की दो पत्नियां, एक इंदौर में-दूसरी मानसिक बीमार
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी मोहनलाल की दो पत्नियां हैं। एक पत्नी कई साल पहले उसे छोडक़र चली गई थी, वह अपने बेटे के साथ वर्तमान में इंदौर में रह रही है। दूसरी पत्नी बांगरदा में ही रहती है जो मानसिक रूप से बीमार है। हरिओम दूसरी पत्नी से इकलौता बेटा था, उसकी एक बहन है।
कटे हाथ निकालने के लिए रात तक मशक्कत
टीआई मुकाती ने बताया कि आरोपी ने बताया कि उसने शव मिलने वाली जगह से कुछ दूरी पर स्थित बोरवेल में दोनों कटे हाथ डाले हैं। यह बोरवेल करीब 320 फीट के आसपास गहरा है और हाथ सबसे नीचे चले गए हैं। हाथ देखने के लिए कैमरे की मदद ली गई। शुक्रवार शाम को करीब 4 बजे से पुलिस ने तार, पाइप, कांटे आदि की मदद से हाथ निकलने के प्रयास शुरू करवाए जो रात 9.05 बजे तक जारी थे।
हत्या के बाद आते ही पूछा था हरिओम के बारे में
सोमवार अलसुबह खेत पर सिंचाई करने के बाद आरोपी मोहनलाल जब घर पहुंचा था तो उसने सबसे पहले हरिओम के बारे में पूछा था कि वो कहां है, इससे पुलिस को शंका हो गई थी। मोहनलाल का बार-बार बयान बदलना भी संदिग्ध रहा। इसके अलावा अन्य लोगों से पूछताछ में भी मोहनलाल की संदिग्ध भूमिका होने का पता चला था। हत्या करने के बाद मोहनलाल ने महिला को सूचना दी। मोबाइल कॉल डिटेल से दोनों के बीच अकसर बातचीत होने के बारे में भी पुष्टि हुई है। इनके संबंधों पर शंका भी इसी से हुई थी।
मन में आया तो काट दिए हाथ
किशोर हरिओम के हाथ काटना अभी भी सवालों के घेरे में बना हुआ है। पुलिस के पास भी इसका कोई ठोस जवाब नहीं है। आरोपी ने भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी, बस यही कहा कि उसके मन में आया तो हाथ काट दिए। पुलिस के अनुसार वो सनकी प्रवृत्ति का है। पीएम रिपोर्ट में हरिओम की मौत का कारण हाथ कटने से खून बह जाना बताया गया है।
इस तरह हत्या को दिया गया अंजाम
- 2 दिसंबर की रात को हरिओम ने अपने पिता व महिला को आपत्तिजनक हालत में देखा था, इसके बाद से ही महिला उसे रास्ते से हटाने की बात मोहनलाल से कहने लगी थी।
-4 दिसंबर की देर रात करीब ढाई बजे मोहनलाल खेत में सिंचाई करने का बहाना करके हरिओम को अपने साथ ले गया।
- खेत पर बने खेत मालिक के मकान की छत पर हरिओम को ले जाकर मोहनलाल ने मारपीट करते हुए रस्सी से गले में फंदा डालकर नीचे लटका दिया।बाद में रस्सी को काटा, उस समय तक हरिओम की मौत नहीं हुई थी। उसे लेकर खेत की ओर गया और दराते की मदद से उसके हाथ काट दिए और हरिओम की शर्ट में लपेटकर बोरवेल में डाल दिए। बाद में शव को खेत के समीप झाडिय़ों में फेंक दिया।