नगर पालिका सागवाड़ा कांग्रेस समर्थित बोर्ड बनने के 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं और इस दौरान सागवाड़ा नगर पालिका क्षेत्र में कई विकास के कार्य हुए हैं। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्यान का जीर्णोद्धार भामाशाह के सहयोग से प्रवेश द्वार श्री नागेंद्र सिंह उद्यान गमलेश्वर महादेव परिसर में स्थित सुभाष गार्डन सहित सागवाड़ा शहर में दांडी यात्रा स्टेचू निर्माण पक्षी घर सहित कई विकास के कार्य जो सागवाड़ा शहर को सुंदर बनाने के प्रयास में किए गए और काफी हद तक यह कार्य सफल हुए हैं और सागवाड़ा की सुंदरता बढी है। लेकिन कुछ ऐसी भी बातें हैं जो इन विकास के कार्यों पर पानी फेरती हुई नजर आ रही है
लाखों रुपए की लागत से बनाए गए दांडी यात्रा स्टेचू नेहरू पार्क में सागवाड़ा शहर की सबसे बड़ी सुंदरता दिखाई देती है। लेकिन यहां पर लगाए हुए रंग बिरंगे फूलों वाले गमले इस वक्त सूख कर खत्म हो चुके हैं वही रंग बिरंगी रोशनी से इस दांडी यात्रा स्टेचू पर रोशनी करने का प्रयास नगर पालिका सागवाड़ा द्वारा किया गया ।
अब यह लाइटें भी टूटकर धीरे-धीरे खराब होने की स्थिति में आ चुकी है ।
बात करें दांडी यात्रा स्टेचू के पास परिसर में स्थित नेहरू पार्क के इस पार्क की तो यहां पर बैठने के लिए नगर पालिका सागवाड़ा द्वारा कुछ चेयर और बैठक की व्यवस्था भी की गई तो वहां पर जाकर देखा जाए तो अब लोगों द्वारा गुटका खाकर थुका गया है जो पूरी तरह से भद्दा नजर आ रहा है
वह नेहरू पार्क के पार्किंग के अंदर जाकर देखा जाए तो पूरी तरह से गंदगी पसरी हुई है
आखिर इन सब का जिम्मेदार कौन? नगर पालिका सागवाड़ा द्वारा निरंतर सफाई व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए सफाई कर्मियों की भर्ती भी की गई है और जगह जगह पर सफाई कर्मी रात दिन मेहनत करते हुए नगर पालिका सागवाड़ा क्षेत्र को साफ-सुथरा रखने का प्रयास भी कर रहे हैं । लेकिन क्या नगर पालिका सफाई कर्मियों के भरोसे ही नगरपालिका क्षेत्र साफ होगा या नेहरू गार्डन के आसपास में दुकानदार भी इसका ख्याल रखेंगे? क्या आम नागरिक की जिम्मेदारी नहीं है कि वह भी इस सफाई के अभियान में और नगरपालिका सागवाड़ा क्षेत्र को सुंदर बनाने में अपना योगदान दे। अगर नेहरू पार्क के अंदर नगर पालिका द्वारा लगाए गए गमलों में नेहरू पार्क के दुकानदारों द्वारा थोड़ा पानी भी दिया होता तो यह पौधे आज जिंदा होते और खूबसूरती को बढ़ाते ।
लेकिन आम नागरिक और नेहरू पार्क के दुकानदारों की उदासीनता की वजह से सभी गमले इस वक्त सूख कर खराब हो चुके हैं।
जगह जगह पर रोशनी की लाईटें कभी भी चोरी हो सकती है और धीरे-धीरे दांडी यात्रा स्टेचू का यह पार्क गंदा होने की स्थिति में आ सकता है अगर नगर पालिका सागवाड़ा और आम जनता मिलकर इस कार्य को नहीं करेगी तो विकास के कार्य आगे आगे होते रहेंगे और पीछे पीछे नुकसान होता रहेगा और फिर से वही ढाक के दो पात