RANCHI:रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने दरभंगा-सिकंदराबाद ट्रेन से हैदराबाद ले जाई जा रहीं 14 लड़कियों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है। लातेहार जिले के मनिका और महुआडांड़ थाना क्षेत्र की रहने वाली इन सभी लड़कियों को आरपीएफ ने रांची रेलवे स्टेशन से बरामद करने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए रांची कोतवाली थाना प्रभारी को सौंप दिया है।
ऐसे कराई गईं मुक्त
दो अक्टूबर को रात लगभग पौने आठ बजे आरपीएफ की महिला कांस्टेबल खुशबू कुमारी दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस ट्रेन की चे¨कग के दौरान ड्यूटी पर तैनात थीं। तभी रेलवे स्टेशन के गेट से प्लेटफार्म नंबर एक पर 14 लड़कियां एक साथ अंदर दाखिल हुईं। एक साथ इतनी लड़कियों को देख खुशबू कुमारी को शक हुआ। लड़कियों को रोक लिया गया और आरपीएफ के नन्हें फरिश्ते अभियान से जुड़े अधिकारियों को जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही आरपीएफ के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उपनिरीक्षक सुनीता तिर्की और एएसआई मोहम्मद डब्ल्यू खान भी वहां पहुंचे। लड़कियों से पूछताछ शुरू की गई। उनका नाम-पता पूछा गया। लड़कियों ने बताया कि लातेहार जिला के महुआडांड और मनिका थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं।
ट्रे¨नग में जाने की बताई बात
शनिवार को छुड़ाई गई लड़कियों ने पूछताछ में बताया कि लातेहार के मनिका थाना क्षेत्र के चामा मनिहारी गांव की मीना देवी उन्हें ट्रे¨नग के लिए हैदराबाद ले जा रही थी। उन्हें वहां सिलाई की ट्रे¨नग दी जाएगी। इसके बाद आरपीएफ के अधिकारियों ने मीना देवी से पूछताछ शुरू की। मीना देवी सिलाई ट्रे¨नग के बारे में कुछ नहीं बता पा रही थीं। वह यह नहीं बता पा रही थीं कि इन लड़कियों को किस संस्था द्वारा सिलाई की ट्रे¨नग दी जाएगी या इनको किस संस्थान में दाखिला दिलाया जाएगा।
नहीं दिखा पाए ट्रे¨नग के दस्तावेज
ट्रे¨नग के लिए कोई वैधानिक दस्तावेज भी उनके पास नहीं था। लड़कियों से परिजनों के फोन नंबर लेकर उनसे बात की गई तो परिजनों ने बताया कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद आरपीएफ ने मामले में एफआइआर दर्ज करने और आगे की कार्रवाई करने के लिए मीना देवी को कोतवाली के थाना प्रभारी के सुपुर्द कर दिया। लड़कियों को भी रांची कोतवाली भेज दिया गया है।
27 सितंबर को भी बरामद हुई थी लड़कियां
करीब एक सप्ताह पहले 27 सितंबर को रांची रेलवे स्टेशन से सिमडेगा की दो लड़कियों को तस्करों के चंगुल से छुड़वाया गया था। ये लड़कियां दिल्ली ले जाई जा रही थीं। आरपीएफ ने इस मामले में सिमडेगा में एफआइआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया था।