उदयपुर/ अब तक कोविड-19 में काम नहीं करने के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियों का सहारा लेने वाले चिकित्सा कार्मिकों को अब झटका लगने वाला है। इसलिए कि सरकार ने ऐसे कार्मिकों के नाम मांगे हैं, जिन्होंने कोविड-19 संक्रमण में बेहतर काम किया है, यानी जिस वार्ड में ड्यूटी लगाई वहां पर पूरी मेहनत से जुटकर कार्य किया है। सरकार ने सभी सीएमएचओ, अधीक्षक व सभी पीएमओ से नाम मांगे हैं।
चिकित्सा एवं स्वाथ्य सेवाएं के अतिरिक्त निदेशक ने इसके लिए बकायदा एक प्रपत्र भेजा है, जिसमें ये नाम भेजे जाने हैं। इसमें कार्मिक का नाम, पदनाम, नियमित या संविदा पर हो, श्रेष्ठ कार्य का विवरण, पिछले सात वर्ष की एसीआर की अनुशंषा और कार्मिक के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई कोई लम्बित है या नहीं।
कई बचते रहे अब तक हॉस्पिटल में कई चिकित्सक और नर्सेजकर्मी अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए कोविड- 19 में काम करने से बचते रहे हैं। कई बार उन्होंने बकायदा राजनीतिक प्रभावशाली लोगों का इस्तेमाल किया तो कई नर्सेज ने स्थानीय नेताओं के सहयोग से अपनी ड्यूटी कोविड 19 में नहीं लगे इसका इंतजाम किया है। हालांकि अब इन कार्मिकों को बड़ा झटका लगने वाला है। क्योंकि जो अधिकारियों की मंशा के अनुरूप कोविड में कार्य करते रहे, उनके नाम सरकार के पास भेजे जाएंगे। इसमें से उत्कृष्ट कार्य करने व सर्वाधिक लम्बे समय तक नियमित कार्य करने वालों के नाम पर अधिक तरजीह रहेगी।