- कोविड-19 ओपीडी- सभी उपखंड, ब्लॉक स्तरीय सीएचसी पर कोविड 19, संदिग्ध आईएलआई लक्षण वाली व वुल्नरेबल ग्रुप के मरीजों के लिए अलग से ओपीडी चलाई जाएगी। इस कक्ष में प्रशिक्षित मेडिकल ऑफिसर व पेरा मेडिकल स्टाफ के साथ कोविड- 19 टेस्ट व सेंपलिंग की व्यवस्था की जाएगी।
- ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग पल्स ऑक्सीमीटर व थर्मल स्केनर के माध्यम से करने के बाद जरूरत के अनुसार उनका होम आइसोलेशन या संस्थागत क्वारंटीन टेस्ट करने के साथ ही सुनिश्चित किया जाएगा।
- ऑक्सीजन की व्यवस्था- ऐसे मरीजों की श्वास लेने में होने वाली स्थिति मे उन्हें संबंधित कोविड केयर हॉस्पिटल तक पहुंचाने से पहले ऑक्सीजन की व्यवस्था सीएचसी पर करनी होगी।
- ब्लॉक व उपखंड व ब्लॉक स्तरीय सीएचसी पर चिह्नित कोविड 19 संदिग्ध मरीजों को जरूरत के अनुसार त्वरित रूप से जिला कोविड - 19 हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए सतत रूप से रेफरल ट्रांसपोर्ट में एमएमयू व 104 एम्बुलेंस की उपलब्धता तय की जाए।
कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों में क्षेत्रवार स्क्रीनिंग के लिए तीन-तीन आशा, एएनएमए और आंगनबाड़ी के जरूरत के अनुसार दल गठित किए जाए, करीब पांच पंचायतों पर एक दल का गठन किए जाना अपेक्षित हैं। इसी दल में रेंडम सेंपलिंग कलेक्शन के लिए दो-तीन प्रशिक्षित नर्सिंगकर्मी भी शामिल किए जाएंगे। इस प्रकार दल को वाहन, पल्स ऑक्सीमीटर, व सेंपल लेे के लिए वीटीएम उपलब्ध करवाया जाएगा, ताकि वह ग्रामीण क्षेों में लगातार जांच कर सके।
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प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोरा ने सभी जिला कलक्टर व सीएमएचओ को इसके निर्देश दिए हैं कि वे ब्लॉक स्तर पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देश देते रहे
----सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य शुरू कर रहे हैं, ताकि किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो।
डॉ दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ उदयपुर