डूंगरपुर जिले के सागवाडा खंड अंतर्गत कुत्तों के आतंक से आम नागरिक हुआ भयभीत
सागवाड़ा शहर में आवारा कुत्तों का इतना बोलबाला हो गया है कि आम नागरिक का शहर में घूमना दुश्वार हो गया है ।
इस संबंध में पहले भी कई बार नगर पालिका को अवगत कराया जा चुका है लेकिन नगरपालिका की नाकामी की वजह से आज दर्जनों लोग आतंकी कुत्तों का शिकार होकर राजकीय चिकित्सालय सागवाड़ा पहुंचे, जहां पर अचानक आए कुत्तों के काटने के मरीज से अफरा तफरी का माहौल मच गया प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह करीब 10 बजे से लगाकर 11 बजे के बीच में 12 से 20 लोगों को एक काले कुत्ते ने अपना शिकार बना लिया और जगह-जगह पर नोच लिया जिसमे महेंद्र पुत्र भंवर लाल डामोर मडकोला 39 वर्ष, स्लोक पुत्र महेन्द्र वणोरी 11 वर्ष, विराज पुत्र जितेश वेष्णव गामठवाडा 5 वर्ष, मुद्रा पुत्री परेश जैन ओबरी 7 वर्ष, चरण जोशी पुत्र भंवर लाल जैन वांदरवेड 19 वर्ष, राजेंद्र पुत्र जवरचंद स्वास्तिक कालोनी सागवाडा 58 वर्ष, रेखा पुत्री जगदीश लोहार सागवाडा, 16 वर्ष , प्रेम पुत्र राजु सागवाडा 28 वर्ष, निलेश पुत्र कुरिया कटारा पारडा मेहता 12 वर्ष, इकु पुत्र राजु कनिपा घोटाद 10 वर्ष सहित कई लोगों को शहर के पुराने बस स्टैंड से लगाकर नर्सरी मोड़ के बीच अपना शिकार बना लिया और एकाएक मरीज अस्पताल में अपना इलाज करवाने के लिए पहुंचने लगे ।
इससे पहले भी कई बार राजकीय चिकित्सालय सागवाड़ा के वार्ड में भी कुत्ते गुस्स आए हैं और रात में कुत्ते शहर की गलियों में लोगों का आना-जाना दुश्वार कर देते हैं । झुंड के झुंड शहरों की गलियों में रात भर कुत्तों की बैठे रहने से लोगों को रात में पैदल चलना मुश्किल हो जाता है ।