कभी कभी हमारी लापरवाही बहुत बड़ी गलती साबित होती है । छोटी सी चुक हमे अनजाने में अर्थ का अनर्थ करवा देती है ।
जिले के सागवाड़ा नगर के गोल चौराहे पर फूल माला बेचने वाले मालियों ने अपनी फूल मालाओं को बेचने के बाद फूलों की टोकरी को ऐसे स्थान पर रख दिया जहां पर किसी की नजर नहीं पडे । और दूसरे दिन वे अपनी टोकरी को लेकर उसमें फिर से फूल मालाओं को बेचने लगे ।
इसी उद्देश्य से फुल माली ने अपनी टोकरी को मालाओं को बेचने के बाद गोल चौराहे के पास में बनी एक दुकान के सहारे की गेलेरी में छुपा कर रख दिया। और तपती दोपहरी में एक कुत्ते ने इसी को अपना आश्रय बनाकर आराम फरमाना शुरू कर दिया। अब ऐसी जगह पर किसी की नजर नहीं जाती है लेकिन कैमरे की नजर ने इसे अपने कैमरे में कैद कर लिया। सुबह जब फूल माली अपने धंधे के लिए मालाओं को लेकर आते हैं तो इसी टोकरी में अपनी फूल मालाओं को लेकर फूल माला बेचने के लिए बैठ जाते हैं।
वही फूल माला कई मंदिरों मस्जिदों दरगाहो और यहां तक कि किसी कार्यक्रम में लोगों के गले में भी डाली जाती है । जंगली और बाजारों में घूमने वाले जानवर कितने साफ-सुथरे होते हैं यह सर्वविदित है। और अगर ऐसे जानवर ऐसी जगह पर बैठ जाते हैं और जाने अनजाने में अगर उसे उपयोग में लिया जाता है तो कितना सुरक्षित है?
रिपोर्ट जगदीश बुनकर सागवाड़ा 👆
ऐसी ही कई घटनाएं दिन भर न जाने जाने अनजाने में घटित होती हैं इसलिए हमारा निवेदन है कि अपनी वस्तुओं को सुरक्षित जगह पर रखना चाहिए क्योंकि अगर ऐसी जगह पर कोई संक्रमित जानवर या कोई ऐसी कोई खराब चिज पहुंचे तो जाने अनजाने में कितना खतरा मोल लेगा ग्राहक?