संसद की कृषि पशुपालन और खाद्य प्रंसस्करण संसदीय स्थाई समिति की बैठक
बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनकमल कटारा ने किसानों को अनुदानित दरों पर कृषि उपकरण देने,छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज बनाने और ड्रोन के माध्यम से दवाइयों का छिड़काव तथा किसानों को कृषि की नई तकनीक से अनवरत अपग्रेड करने आदि सुझाव दिए
नई दिल्ली I संसद की कृषि पशुपालन और खाद्य प्रंसस्करण संसदीय स्थाई समिति की मंगलवार को नई दिल्ली के संसद भवन में हुई बैठक में बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनकमल कटारा ने किसानों को अनुदानित दरों पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराने,छोटे छोटे कोल्ड स्टोरेज बनाने और ड्रोन के माध्यम से दवाइयों के छिड़काव कराने तथा किसानों को कृषि की नई तकनीक से अनवरत अपग्रेड करने का सुझाव दिए हैं I
कृषि संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष पी सी गद्दी गोडर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सांसद कटारा ने मांग रखी कि देश के जनजातीय क्षेत्रों विशेष कर दक्षिणी राजस्थान के भील आदिवासी इलाकों में ये सभी सुविधाएं शत प्रतिशत केंद्रीय अनुदान से उपलब्ध कराई जानी चाहिए I
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जनजातीय क्षेत्रों में पशुओं की उन्नत नस्ल पैदा करने के प्रयासों पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए I ख़ास कर गाय, भैंस और बकरियों की नस्ल सुधरने से दुग्ध उत्पादन में अभिवृद्धि होने के साथ आदिवासियों की आमदानी में भी बढ़ोतरी होगी और उनका जीवन स्तर भी सुधरेगा I कोल्ड स्टोरेज बनाने से उनके डेयरी उत्पाद और कृषि उत्पाद जैसे प्याज, लहसुन, आलू आदि के ख़राब होने की समस्या दूर होगी और उनके विपणन में किसानों को मदद मिल सकेगी I
कटारा ने कृषि अनुसन्धान केंद्रों की वर्तमान स्थिति की और भी समिति का ध्यान आकृष्ट किया और सुझाव दिया कि इन केंद्रों के रख-रखाव पर विशेष ध्यान देते हुए समुचित बजट का प्रावधान रखा जाय ताकि जर्जर अवस्था में पहुंच गए अनुसंधान केंद्रों की हालत बेहतर हो सकेंI उन्होंने कहा कि इन केंद्रों में किसानों के लिए सभी प्रकार की आधुनिक सुख-सुविधाएं और अनपढ़ किसानों को व्यावहारिक तरीके से शोध कार्यों और नए प्रयोगों को सीखने की सुविधा मुहैया करानी चाहिए I
बैठक में राजस्थान के जालोर-सिरोही के सांसद देवजी पटेल और समिति के अन्य सदस्य गण भी मौजूद थे ।