प्रदेश में बदल गई सत्ता:सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत 9वीं की 731163 छात्राओं को मिलेगी साइकिल, पिछले सत्र की छात्राएं अब 10वीं में पढ़ रहीं
बीकानेर
प्रदेश में सत्ता बदल गई, लेकिन शिक्षा विभाग में छात्राओं काे साइकिल बांटने का काम अब तक शुरू नहीं हाे पाया है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता हटते ही साइकिल बांटी जानी थी, लेकिन 50 जिलाें में अब तक पूरी पहुंच ही नहीं पाई हैं।
प्रदेश के सरकारी स्कूलाें की 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं काे साइकिलाें काे निशुल्क वितरण हाेना है। शिक्षा सत्र 2022-23 व 2023-24 दाे साल की मिलाकर कुल 7 लाख 31 हजार 163 छात्राओं काे साइकिल बांटी जानी है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले ही माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के वित्त नियंत्रक संजय धवन ने सभी जिला शिक्षाधिकारियाें काे आदेश जारी किए थे कि आचार संहिता हटने के बाद साइकिल वितरण का काम शुरू करें।
आचार संहिता हटे 20 दिन से अधिक हाे चुके हैं। अभी तक किसी स्कूल में साइकिल बंटना ताे दूर पहुंच ही नहीं पाई है, जबकि कंपनी काे वर्क ऑर्डर सितंबर में जारी किए गए थे। सभी नाेडल केंद्राें पर 28 जनवरी तक सप्लाई देनी थी, लेकिन अब फरवरी अंत तक हाेगी। दरअसल 9 अगस्त के बाद साइकिलाें की सप्लाई राेक दी गई थी। निदेशालय ने 25 नवंबर के बाद सप्लाई शुरू करने निर्देश दिए थे।
इसके साथ ही जिलाें वितरण भी किया जाना था। कंपनी अब तक 35 हजार साइकिलें ही पहुंचा सकी है। बताया जा रहा है कि लुधियाना से 70 हजार साइकिलें रवाना हाे चुकी हैं। छात्राओं काे हीराे कंपनी की साइकिल मिलेगी। एक साइकिल की कीमत 3857 रुपए है। इस पर 282 कराेड़ रुपए खर्च हाेंगे।
छात्राओ काे साइकिल वितरण मंत्री और विधायकाें के हाथाें हाेना है। क्याेंकि भाजपा के घाेषणा पत्र में भी इसे लिया हुआ है।
नवीन जैन, शिक्षा सचिव
छात्राओ काे मार्च तक मिलेगी साइकिल
राज्य के सरकारी स्कूलाें में 9वीं कक्षा की 7 लाख 31 हजार 163 साइकिलाें का वितरण मार्च तक हाे पाएगा। आचार संहिता हटने के बाद अब तक 35 हजार साइकिलें ही पहुंच पाई हैं। ये भी सभी नाेडल केंद्राें पर नहीं पहुंची हैं। नाेडल केंद्र पहुंचने के बाद उनकी एसेंबलिंग हाेगी। जहां से संस्था प्रधान अपने-अपने स्कूलाें की साइकिल ले जाकर छात्राओं काे देंगे।
50 जिलाें में 500 नाेडल केंद्र, सैंपंंल बीकानेर से ले गए
साइकिल वितरण के लिए 50 जिलाें के करीब 500 नाेडल केंद्र बनाए हैं। छात्राओं की संख्या के अनुसार कंपनी काे साइकिलाें की खेप इन्हीं नाेडल केंद्राें तक पहुंचानी है, लेकिन उन्हें असेम्बल करने के लिए राज्य कमेटी से एप्रूव्ड सैंपल बीकानेर से लेकर जाने हाेंगे। इसका प्राेसेस शुरू हाे गया है। हर जिले काे साइकिल फ्रेम के नंबर आबंटित किए गए हैं। उसी फ्रेम नंबर की साइकिल जिले में बांटी जाएगी।
भाजपा सरकार के मंत्री-विधायक बांट सकते हैं साइकिलें
भाजपा ने अपने घाेषणा पत्र में छात्राओं काे निशुल्क साइकिल वितरण का एजेंडा लिया हुआ है। इसलिए सभी जिलाें में साइकिलाें काे वितरण अब नई सरकार के मंत्री और विधायकाें के हाथाें हाेना है। शिक्षा निदेशालय के अधिकारियाें का कहना है कि अब तक ऐसा काेई आदेश जारी नहीं हुआ है। संभवतया मंत्रिमंडल का गठन हाेने के बाद आदेश जारी हाे सकता है।