सागवाड़ा। शहर के महिपाल खेल मैदान में 31 दिसम्बर से 7 जनवरी 2024 तक होने वाली महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज की श्रीमद भागवत कथा को लेकर श्री प्रभुदास धाम रामद्वारा में प्रेसवार्ता हुई। जिसमें रामद्वारा के अध्यक्ष संत उदयरामजी महाराज ने कथा की व्यवस्थाओं व तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। संत ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंदजी महाराज की कथा को लेकर महिपाल खेल मैदान में 150 गुना 500 फीट का पांडाल तैयार किया जा रहा है। जिसमें करीब 35 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। कथा को लेकर 4 फीट ऊंचा और 60 गुना 70 फीट का मंच बनाया जा रहा है। कथा को लेकर 31 दिसम्बर को महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंदजी महाराज का आगमन होगा। जिनकी अहमदाबाद एयरपोर्ट पर संत सानिध्य में रामस्नेही श्रद्धालुओं द्वारा अगुवाई की जाएगी। महामंडलेश्वर के सागवाडा पहुंचने पर श्रीप्रभुदास धाम रामद्वारा में उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। संत उदयरामजी ने बताया कि दोपहर 12 बजे विद्यानिकेतन स्कूल से भव्य कलश यात्रा निकलेगी। जिसमें 11 हजार कलश धारी श्रद्धालु महिलाएं भाग लेंगी।
वहीं श्री प्रभुदास धाम रामद्वारा से आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंदजी महाराज, मेड़ता धाम के पीठाधीश्वर स्वामी रामकिशोरजी महाराज के सानिध्य में विशाल पोथी यात्रा निकाली जाएगी। जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए कथा स्थल महिपाल खेल मैदान में पहुंचेगी। जहां महाआरती के बाद महाप्रसाद का आयोजन होगा। कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष जयंती लाल मोची व उपाध्यक्ष लोकेश सोमपुरा ने बताया कि कथा को लेकर सर्व समाज को निमंत्रण देने के लिए प्रभुदास धाम रामद्वारा से जुड़े भक्त और कथा आयोजन समिति सदस्य प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं। कथा आयोजन के दौरान 200 से 250 संत महात्माओं के साथ ही महामंडलेश्वर उत्तम स्वामीजी महाराज व मेड़ता धाम के पीठाधीश्वर स्वामी रामदयाल जी का सानिध्य मिलेगा। वे पूरे आयोजन में यहां विराजेगे। मेड़ता धाम से आए संत रमणरामजी महाराज ने बताया कि दादा गुरु स्वामी प्रभुदास जी महाराज ने जब। वागड़ में आवागमन के साधन नही थे तब आकर धर्म जागरण शुरू किया था। उनकी 40 वी निर्वाण तिथि के उपलक्ष्य में वागड़ में कथा का आयोजन हो रहा है। संत ने बताया कि महामंडलेश्वर के रुकने की व्यवस्था प्रधान ईश्वरलाल सरपोटा के नव निर्मित भवन गोवाड़ी में रहेगा। वहां अवधेशानन्द गिरि जी महाराज का कथा के बाद भक्तों के मिलने का समय शाम 4 से 6 बजे का रहेगा। इस अवसर पर रामद्वारा से जुड़े पं विनोद त्रिवेदी, मुकेश भावसार, ज्योतिंद्र दवे, मोहित भावसार समेत कई श्रद्धालु मौजूद थे।