सागवाड़ा नगर पालिका चुनाव 2021
चुनाव प्रचार मे पहली बार दिखा इतना जोश और जुनून
नगर पालिका चुनाव सागवाडा प्रचार थम गया, अब 28 जनवरी यानी कि कल वोटिंग होनी है, मतदाता अपने मतों का उपयोग करेंगे ।
आईए चुनाव प्रचार और पार्टियों पर थोड़ा विश्लेषण कर लेते हैं।
केंद्र में भाजपा सरकार मोदी लहर
राज्य में कांग्रेस सरकार जननायक अशोक गहलोत का असर ।
और स्थानीय बीटीपी का तीसरी पार्टी के रूप में उभरना ।
तीनों पार्टियों का खेल बिगाड़ सकता है ।
जहां तक मोदी लहर की बात करें तो निश्चित तौर पर मोदी लहर बरकरार है, लेकिन स्थानीय नगरपालिका सागवाड़ा में पिछले 15 सालों से भाजपा सरकार ने कब्जा कायम करने में सफलता हासिल की थी । इस दौरान विकास के कई कार्य भी हुए कई योजनाएं भी बनी लेकिन कहीं ना कहीं व्यवस्थाओं को योजनाओं को क्रियान्वित करने में भाजपा सरकार की कार्यकाल के दौरान कर्मचारियों ने चुक कि है । कार्यकाल के दौरान सड़कें भी बनी तालाबों का सुंदरीकरण भी हुआ लेकिन कहीं ना कहीं घपला बाजी और गोल मटोल कार्य के चलते सभी योजनाओं पर बट्टा लग गया । स्वच्छ भारत अभियान के तहत मोदी सरकार की योजनाओं को सफल तरीके से क्रियान्वयन करने में कहीं ना कहीं स्थानीय नगर पालिका चुक गई । सड़कों पर बेसहारा पशु डिवाइडर रोड पर लगी हुई घास और पौधे तालाबों की टूटी हुई पाल ने तालाबों में उगे हुए जलकुंभी आए दिन नगर पालिका क्षेत्र में बंद होती हाई मास्क लाइट कचरा घाटी पर जहां आदिवासी भाइयों के निवास स्थान है कचरा निस्तारण नहीं कर पाना आदि कई बातें भाजपा के लिए नुकसानदायक हो सकती है । इसके बावजूद इस नगर पालिका चुनाव में भाजपा को मोदी लहर के असर की वजह से अभी भी सागवाड़ा की जनता शायद नहीं नकारेगी । जितने विकास के कार्य सागवाडा में हुए थे उन्हें सही तरीके से अगर क्रियान्वित किया होता तो शायद आज भाजपा को आशा के प्रति अनुरुप फायदा मिल जाता । चेहरे कि बात करे तो भाजपा के नगरपालिका चुनाव सागवाडा चेयरमेन पद के दावेदार अनील सुथार जिनके पास चुनाव प्रचार के दोरान तनिक समय भी नही था , अब चुनाव जितने के बाद आम जनता केसे भरोसा करेगी कि उनके पास समय है । लोग उनके पिछे पिछे घुम रहे थे और वे आगे आगे । समय अभाव कि वजह से ठिक से मिडिया से भी रुबरु नही हुए । एसे मे सरकार बनने के बाद तो शायद उनके पास मिलने का समय भी नही दिखाई देता है ।
अब बात करते हैं जन नायक अशोक गहलोत जिनकी राजस्थान में सरकार है ।
स्थानीय नगर पालिका चुनाव की बात करें तो यहां पर लोकप्रिय उम्मीदवार के रूप में नरेंद्र खोडनिया को नगर पालिका चेयरमैन के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। राज्य स्तर की बात करें तो दिनेश खोदनिया जो कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं । सागवाडा शहर के लोग खोडनिया परिवार से काफी आशाएं और अपेक्षाएं भी रखते हैं और खोडनिया परिवार ने लॉकडाउन के दौरान और सामाजिक स्तर पर भी लोगों को काफी मदद की है और हर समय मदद के लिए तत्पर रहते हैं ।
राजनीतिक तौर पर बात करें तो पिछले 70 सालों से कांग्रेस सरकार ने जो विकास किया है आज जनता उसी मुद्दे को लेकर बात करती है कितना विकास हुआ? लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं सागवाड़ा क्षेत्र के मतदाताओं में इस बार कांग्रेस के प्रति रुझान दिखाई दे रहा है ।
इस बार नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस ने और विशेषकर नरेन्द्र खोडनिया ने जो वादे किए हैं सागवाड़ा शहर की विकास के लिए जो मुद्दे चुने हैं अगर इन पर चुनाव जीतने के बाद खरे उतरते हैं तो सागवाड़ा शहर की जनता के लिए वाकई में यह बहुत ही अच्छी खबर रहेगी ।
स्वायत्त शासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल की आम सभा में जो घोषणाएं हुई है उसे देख कर एक बार सागवाड़ा की जनता का मानस बदला बदला नजर आ रहा है और इस बार कांग्रेस की तरफ झुकाव दिखाई दे रहा है ।
अब बात करते हैं तीसरी ताकत बीटीपी की---
सागवाड़ा शहर में वैसे देखा जाए तो बीटीपी पूरी सागवाड़ा में 35 वार्डों से चुनाव नहीं लड़ रही है फिर भी मात्र 14 वार्डों से चुनाव लड़ने वाली बीटीपी दोनों बड़ी पार्टियों के लिए बहुत ही बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है।
क्योंकि नगरपालिका सागवाडा चुनाव में कहीं ना कहीं बिटीपी पार्टी के मतदाता दोनों पार्टियों के कार्यों से नाराज हैं और बार-बार आरोप लगा रहे हैं कि दोनों पार्टियां मिली हुई है । ऐसे में अगर बीटीपी की सात से आठ सीटें भी आ जाती है तो भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को स्थाई सरकार बनाने में अड़चन आ सकती है।
अब विश्लेषण करते हैं चुनाव के बाद नतीजों की तो बता दें कि कल यानी कि 28 जनवरी को मतदान होना है इसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी कि नगरपालिका सागवाडा मे किसका बनेगा बोर्ड । लेकिन फिर भी जनता की राय के मुताबिक 470 सागवाडा के मतदाताओ ने राय दि है आपको बता दें कि इस बार नगर पालिका चुनाव सागवाड़ा 2021 में कांटे की टक्कर रहेगी किसी भी पार्टी को बहुमत मिलने की कोई संभावनाएं नजर नहीं आ रही है ।