सागवाड़ा/ 26 जुलाई 2021
डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा उपखंड अंतर्गत दीवडा बड़ा गोरेश्वर महादेव मंदिर के पास दो माह पहले बने पुल को बारिश की आहट मात्र ने जर्जर कर दिया । दो महीने में किसी पुल के निर्माण के बाद जर्जर हो जाने पर ठेकेदार की कार्य प्रणाली और लोक निर्माण विभाग सागवाड़ा की निगरानी पर सागवाडा लाईव न्युज के माध्यम से जनता ने आवाज उठाई थी । आनन फानन में उपखंड सागवाड़ा के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी मौके पर भी पहुंचे और रिपेयरिंग का कार्य करवा दिया।
ज्ञात रहे दो माह पहले बने इस पुल की स्थिति इतनी जर्जर हो चुकी है कि यह पुल काफी पुराना प्रतीत हो रहा है जगह-जगह पर पड़ी दरारें इस पुल को बारिश में क्षतिग्रस्त कर सकती हैं और जैसा की स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि यह पुल घटिया निर्माण की वजह से सही नहीं बना है इसके बावजूद इस पुल पर ठेकेदार के खिलाफ आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान करने के बजाए इस पुल को रिपेयर करवाना कहां तक उचित दिखाई दे रहा है?
जिस तरह से पुल क्षतिग्रस्त हुआ है उस तरह से देखा जाए तो ठेकेदार को पाबंद कर इस पुल का पुनः निर्माण करवाना आवश्यक था। लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कहीं ना कहीं इसमें लोक निर्माण विभाग और ठेकेदार दोनों की मिलीभगत दिखाई दे रही है इसी वजह से इस पुल पर रिपेयरिंग का कार्य प्रारंभ हो गया है।
अब देखने वाली बात यह है कि रिपेयरिंग के बावजूद यह पल कितने दिन तक सुरक्षित रह पाता है।