डूंगरपुर। जिले के बिछीवाड़ा थानातंर्गत शिशोद गांव में शुक्रवार रात को हथियारबंद कुछ लोगों ने हमला कर आरएसी जवान की पीट-पीट कर हत्या कर दी। घटना से गुस्साए परिजनों ने शनिवार को आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। वारदात के दूसरे दिन भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
शिशोद अंबाव फला निवासी रमेश पुत्र वखतराम लिबात राजस्थान आर्ड पुलिस बटालियन में पदस्थ है तथा वर्तमान में उसका पदस्थापन जयपुर में है। रमेश छुट्टी पर घर आया हुआ था। शुक्रवार रात करीब पौने 10 बजे परिवार के साथ बैठा था, इस दौरान कार व बाइक पर सवार होकर 10 से 15 हथियारबंद लोग आए और घर में तोडफ़ोड़ कर उसके साथ जमकर मारपीट के बाद आरोपी मौके से भाग। परिजन घायल रमेश को तुरंत अस्पताल लाए, वहां से उसे रैफर करने पर गुजरात ले जाते समय रास्ते में रमेश ने दम तोड़ दिया। शव को जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया।
गांव में तनावपूर्ण माहौल
घटना के बाद गांव में शनिवार सुबह परिजन तथा ग्रामीणों के एकत्र हुए और हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। ग्रामीणों की संख्या बढ़ने पर रिजर्व पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया है। देर शाम तक ग्रामीणों की समझाइश का दौर चलता रहा।
कांकरी डूंगरी प्रकरण से जुड़ी है रंजिश
मृतक के भाई देवीलाल ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि कुछ युवक पिछले साल हुए कांकरी डूंगरी हाइवे उपद्रव में आरोपी हैं। उन लोगों को आशंका है कि पुलिस को उनके नाम मृतक रमेश के बेटे सचिन ने लिखाए हैं। इसी रंजिश के चलते पिछले लंबे समय से संबंधित लोग परिवारजनों को धमकाने तथा मारपीट करने की वारदातें कर रहे थे। रिपोर्ट में बताया कि इसी रंजिश के चलते शुक्रवार रात को अंकित अहारी, राहुल गमेती, कनबई निवासी हीरालाल गमेती, मयंक पुत्र नाथू अहारी व प्रवीण ढूंहा सहित 10 से 15 लोगों ने धारदार हथियारों के साथ हमला किया। पुलिस ने देवीलाल की रिपोर्ट पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।