सागवाड़ा अस्थायी नगर पालिका भवन का तीसरी बार शुभारंभ, विकास अब भी सवालों के घेरे में
सागवाड़ा (डूंगरपुर)। सागवाड़ा नगर पालिका के पांच साल के कार्यकाल में एक बार फिर अस्थायी नगर पालिका भवन का शुभारंभ किया गया, यह तीसरी बार है जब पालिका को नए पते पर शिफ्ट किया गया है। पांच वर्षों में तीन बार भवन बदलने की यह कहानी नगर की राजनीति और प्रशासनिक अस्थिरता का आईना बन गई है।
पहले नगर पालिका का संचालन तत्कालीन अध्यक्ष नरेंद्र खोडनिया के कार्यकाल में पुराने भवन से हुआ। करीब चार साल बाद सियासी खींचतान के बीच पालिका को सुरभि कार्यालय में अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया गया। लेकिन यहां भी स्थायित्व नहीं मिल सका और अब राज बाजार, डूंगरपुर रोड पर इसे फिर से अस्थायी भवन में स्थापित किया गया है।
गुरुवार को इस नए भवन का शुभारंभ नगर पालिका अध्यक्ष आशीष गांधी, पूर्व सांसद कनकमल कटारा, विधायक शंकरलाल डेचा और भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक पटेल रानोली की मौजूदगी में हुआ।
नगर के पार्षद मनोज कंसारा ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए कहा कि सागवाड़ा की जनता पिछले कई सालों से "दर-दर की ठोकरें" खा रही है, लेकिन स्थाई समाधान के बजाय हर बार नया शुभारंभ ही देखने को मिलता है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि भवन बदलने की राजनीति के बीच असली मुद्दे—शहर का विकास, सड़क, पानी, सफाई और बुनियादी सुविधाएं—पीछे छूट गए हैं।
लोगों को लगने लगा है कि नगर के विकास की बजाय नेताओं की फोटो-ऑप प्राथमिकता बन गई है। अब देखना यह है कि क्या इस बार यह भवन स्थायित्व की ओर कदम बढ़ाएगा या फिर कुछ समय बाद सागवाड़ा नगर पालिका चौथी बार नया पता तलाशने निकलेगी।