धोलागढ़ में गौ कथा के दौरान गोपालानंद सरस्वती का फूटा गुस्सा – परबतसर गौ भक्तों की गिरफ्तारी पर जताई गहरी पीड़ा, बड़े आंदोलन की चेतावनी
धोलागढ़ (सलुंबर)। धोलागढ़ में आयोजित श्रीकृष्ण जन्मकथा के दौरान गौ संरक्षण को लेकर वातावरण उस समय गरमाया जब संत गोपालानंद सरस्वती जी ने परबतसर पशु मेले में गौ तस्करी का विरोध करने वाले गौ भक्तों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी पर कड़ा रोष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि परबतसर मेले में 13 अगस्त को गौ माता की तस्करी रोकने निकले गौ सेवकों को न केवल लाठियों से पीटा गया बल्कि कठोर धाराओं में जेल में डाल दिया गया, जहां वे तीन दिन से बंद हैं। इस पर व्यथित होकर संत ने मंच से चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही गौ भक्तों को रिहा नहीं किया गया तो एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
गोपालानंद सरस्वती ने कहा –
“देश आजाद नहीं हुआ है, आज भी अंग्रेजों और मुगलों जैसी मानसिकता हावी है। चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी, सभी के राज में गौ माता असुरक्षित है। हिंदुत्व के नाम पर वोट लेने वाले नेता आज मौन क्यों हैं? क्या राम और कृष्ण अलग-अलग हैं? उनका जन्म ही गौ रक्षा और गौ सेवा के लिए हुआ था।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मेलों की आड़ में लगातार राजस्थान से गौ तस्करी कर उन्हें बूचड़खानों में भेजा जा रहा है और विरोध करने वाले गौ सेवकों को यातना देकर जेल में बंद किया जा रहा है। साथ ही स्थानीय विधायक और सांसदों पर पैसे लेकर गौ तस्करी का संरक्षण देने का भी आरोप लगाया।
संत ने मंच से सरकार से अपील करते हुए कहा कि गौ भक्तों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए और गौ तस्करी पर कठोर कार्रवाई की जाए, अन्यथा गौ भक्त सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।