रक्षाबंधन पर्व व विश्व आदिवासी दिवस" की पूर्व संध्या पर पूर्व सांसद कनकमल कटारा ने दी शुभकामनाएं

 

डूंगरपुर! भाई-बहन के अटूट प्रेम का महापर्व रक्षाबंधन को लेकर बाजारों में काफी चहल-पहल है बाज़ार सजे-धजे है समूचे वागड़-मेवाड़ अंचल में धूम मची हुई है!दक्षिणी राजस्थान के वरिष्ठ बिजेपी नेता पूर्व सांसद, बांसवाड़ा-डूंगरपुर संसदीय क्षेत्र ने भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतिक रक्षाबंधन पर्व की पूर्व संध्या पर शुभकामनाएं प्रेषित की है!


उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्वों का हमारे सामाजिक जीवन में काफी महत्व है, रक्षा बंधन का यह पावन पर्व ,भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है।
रक्षाबंधन का यह पावन पर्व ,जहां एक ओर हमारे संबंधों की डोर को मज़बूत बनाता है , वहीं दूसरी ओर पारस्परिक स्नेह-संबंधों में भी नई मिठास घोलता हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व कालांतर से मनाते आ रहे है जिसका पौराणिक व् ऐतिहासिक महत्व सर्व विदित है!उन्होंने कहा कि श्रावण मास में ऋषि आश्रम में रहकर अध्ययन और यज्ञ करते थे श्रावण पूर्णिमा को मासिक यज्ञ की पूर्णाहुति होती थी, यज्ञ की समाप्ति पर यजमानों और शिष्यों को रक्षासूत्र बांधने की प्रथा थी, जिसका पालन रक्षाबंधन के रूप में भी किया जाता है।रक्षाबंधन का त्यौहार समाज में प्रेम और भाईचारा बढ़ाने का कार्य भी करता है यह दान के महत्व को प्रतिष्ठित करने वाला पावन त्यौहार है!पूर्व सांसद ने कहा कि रक्षा बंधन का यह पर्व भाई-बहनों के आत्मीय संबंधों को सुदृढ़ बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पूर्व सांसद कटारा ने विश्व आदिवासी दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कि आदिवासी समाज की परंपराएं और रीति-रिवाज हमारी सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग हैं। हमारे आदिवासी भाईयों और बहनों ने समय-समय पर मातृभूमि की रक्षा के लिए बलिदान दिए हैं। आजादी के आंदोलन में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिसमे हमारा डूंगरपुर-बांसवाड़ा ज़िला भी अछूता नहीं है जहां वीर कालीबाई,नाना भाई खांट, मानगढ़ धाम की शहादतो को अनेको पीढ़ियों में याद किया जाता रहेगा। 
 
पूर्व सांसद कटारा ने कहा कि यह दिन हमें आदिवासी समाज की समृद्ध विरासत, विविध संस्कृतियों और उनके अमूल्य योगदान को सहेजने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज हर क्षेत्र में अपनी क्षमता और योग्यता का प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रहा है मेरा भी यही लक्ष्य है कि समाज को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका के अवसर और बुनियादी ढाँचा प्रदान करना है, जिससे वे मुख्यधारा से जुड़ेंगे।पूर्व सांसद कटारा ने दोनों पर्वो के शुभ अवसर पर सभी की समृद्धि , प्रगति , ख़ुशहाली ,अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है। 


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