SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    vagadlive
    vagadlive

    मीशो को IPO के लिए SEBI से अप्रूवल मिला:कंपनी ने अपडेटेड ड्राफ्ट पेपर्स भी फाइल किए, इश्यू से ₹7,036 करोड़ जुटाने का प्लान

    1 month ago

    ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो को अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO के लिए SEBI से अप्रूवल मिल गया है। मीशो ने सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी SEBI के पास IPO के लिए अपना अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) जमा कर दिया है। कितना पैसा जुटाएगी मीशो? मीशो फ्रेश इश्यू यानी नए शेयर जारी कर करीब 480 मिलियन डॉलर (4,221 करोड़ रुपए) जुटाएगी। इसके अलावा ऑफर फॉर सेल (OFS) में 300 मिलियन डॉलर (2,638 करोड़ रुपए) के शेयर बेचे जाएंगे। वहीं कुल मिलाकर IPO का साइज 800 मिलियन डॉलर (7,036 करोड़ रुपए) का होगा। इस फंड का इस्तेमाल कंपनी टेक अपग्रेड, ब्रांड बिल्डिंग और जनरल कॉर्पोरेट खर्चों पर करेगी। मीशो को ₹70,360 करोड़ वैल्यूएशन की उम्मीद बुक बिल्डिंग प्रोसेस अभी 30-45 दिन चलेगा, उसके बाद IPO लॉन्च होगा और वैल्यूएशन फाइनल होगी। लेकिन आमतौर पर कंपनियां IPO में 10% शेयर बेचती हैं, तो मीशो की वैल्यूएशन 8 बिलियन डॉलर (70,360 करोड़ रुपए) के आसपास सेट होने की उम्मीद है। OFS में कौन बेचेगा शेयर? OFS में मीशो के पुराने इनवेस्टर्स जैसे पीक XV पार्टनर्स, एलिवेशन कैपिटल, वेंचर हाईवे (अब जनरल कैटेलिस्ट का हिस्सा), वाई कॉम्बिनेटर और बाकी लोग अपने शेयर बेचेंगे। साथ ही कंपनी के फाउंडर्स विदित आत्रे और संजीव बरनवाल भी अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे। FY25 में लॉस ₹3,941 करोड़ रहा रिपोर्ट्स के मुताबिक, FY24 में कंपनी का रेवेन्यू 7,615 करोड़ रुपए था, लेकिन लॉस 305 करोड़ का रहा था। FY25 में लॉस और बढ़कर 3,941 करोड़ हो गया। इसका वजह यह थी कि कंपनी ने अमेरिका के डेलावेयर से भारत शिफ्ट करने पर एक्स्ट्रा खर्चे किए थे। अगर यह एक्स्ट्रा खर्च हटा दें तो कंपनी का FY25 का लॉस सिर्फ 108 करोड़ रह जाता। Q1FY26 में भी 289 करोड़ का लॉस था। मीशो का फोकस अभी ग्रोथ पर है, प्रॉफिट पर नहीं। आने वाले क्वार्टर्स में भी कंपनी अभी यही रास्ता अपनाएगी।
    Click here to Read more
    Prev Article
    FPI 3 महीने की बिकवाली के बाद अब खरीदार बने:अक्टूबर में FPI ने ₹6,480 करोड़ के शेयर्स खरीदे, बीते तीन महीने में ₹76,575 करोड़ निकाले थे
    Next Article
    धनतेरस पर 1 लाख करोड़ की खरीदारी:₹60 हजार करोड़ का सोना-चांदी बिका, पिछले साल से 25% ज्यादा; मारुति ने सबसे ज्यादा कारें बेचीं

    Related Business Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment