SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    vagadlive
    vagadlive

    अमरूदों वाले जिले में पहली बार सौंफ की खेती:रिसर्च में मिले अच्छे रिजल्ट, पहली फसल से ही डेढ़ लाख तक का मुनाफा

    2 days ago

    अमरूदों की खेती के लिए मशहूर सवाई माधोपुर में अब सौंफ की खेती होने लगी है। पहली बार यहां हुए इस नवाचार के बाद किसानों को भी मुनाफा हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि एक बीघा में सौंफ की फसल से करीब एक से डेढ़ लाख रुपए तक का मुनाफा हो रहा है। जब किसानों को अमरूदों के भाव मिलने कम हुए तो सौंफ की फसल को लेकर रिसर्च शुरू किया गया था। म्हारे देस री खेती में इस बार पढि़ए कैसे सवाई माधाेपुर में शुरू हुई सौंफ की खेती... गंगापुर सिटी (सवाई माधोपुर) के सहायक कृषि अधिकारी पिंटू लाल मीना ने बताया कि अमरूदों की खेती में काफी गिरावट आई है। सबसे ज्यादा परेशानी जिले के गंगापुर,वजीपुर और सवाई माधोपुर तहसील में आ रही थी। इसलिए नए विकल्प के तौर पर सौंफ की खेती पर रिसर्च की गई थी। इसमे कृषि विज्ञान केंद्र सवाई माधाेपुर और अजमेर के वैज्ञानिक शामिल थे। प्रारंभिक तौर पर बेहतर रिजल्ट मिले हैं। जिले के गंगापुर, वजीपुर और सवाई माधोपुर तहसील के कुछ किसानों के साथ मिलकर यहां 10 से 15 हेक्टेयर में इसकी शुरुआत की गई। इस बार 500 हेक्टेयर में उत्पादन की संभावना मीना ने बताया कि पहली बार में खेती की तो यहां पॉजिटिव रिजल्ट मिले। यहां की जलवायु और मिट्टी दोनों सौंफ के लिए बेहतर हैं। इसके बाद वर्कशॉप में किसानों को सौंफ की खेती के बारे में बताया। उन्होंने बताया अभी जिले की तीन तहसीलों में 400 हेक्टेयर में सौंफ की खेती की गई थी। इस बार ये बढ़कर 500 हेक्टेयर तक पहुंच जाएगा। जिले में 1200 से अधिक किसान इसकी खेती कर रहे हैं। एक बीघा में 6 क्विंटल तक उत्पादन, डेढ़ लाख तक फायदा सौंफ की बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है। इन तीन तहसीलों में इसकी पैदावार भी अच्छी हो रही है। एक बीघा में चार से 6 क्विंटल सौफ पैदावार हो रही है। प्रोडक्शन और रिसर्च में एनआरसी अजमेर के वैज्ञानिकों में भी इसमें सहयोग किया। पिछले साल यहां के किसानों को एक क्विंटल में 20 से 25 हजार रुपए तक के भाव मिले थे। ऐसे में यहां ​के किसान एक क्विंटल में एक से डेढ़ लाख रुपए तक कमा रहे है। राजस्थान में अब सवाई माधोपुर भी इसका नया केंद्र बनता जा रहा है। पांच से छह महीने में तैयार होती है फसल संयुक्त निदेशक राकेश कुमार अटल ने बताया कि सौंफ की फसल 5–6 महीने में पक कर तैयार होती है। जब इसके फूल पीले होकर सूखने लगते है, तब इसकी कटाई की जाती है। एक हेक्टेयर में 18–22 क्विंटल तक उपज प्राप्त होती है। बीजों को पूरी तरह सुखाकर सूखी, हवादार जगह पर स्टोरेज करने से इसकी क्वालिटी बनी रहती है। वैज्ञानिकों की इस पहल पर जिले के किसान गेहूं और चना के साथ सौंफ की खेती कर डबल मुनाफा कमा रहे हैं। सर्दियों में किसानों को ज्यादा फायदा देगी सौंफ की खेती कृषि विशेषज्ञों के अनुसार सौंफ की खेती के लिए सबसे बेहतर समय सर्दी का है। फसल के लिए 15 से 25 डिग्री तक तापमान अच्छा माना जाता है। एक हेक्टेयर के लिए 4 से 6 किलो बीज लगता है। सवाई माधोपुर के किसानों को अभी राजस्थान फेनल-1, राजस्थान फेनल-2, गुजरात फेनल-1, गुजरात फेनल-2, एचएफ-143, पुसा उज्जा , पुसा बरूणी और आईएफ-125 आदि दिए जा रहे हैं। 10वीं पास किसान की कमाई 10 लाख रुपए सालाना: सोशल मीडिया से ली अमरूद की खेती की जानकारी; खेत से ही खरीद ले जाते हैं व्यापारी श्रीगंगानगर के किसान ने स्मार्ट फार्मिंग से अमरूद (सफेदा) की खेती कर 10 लाख का मुनाफा कमाया है। उन्होंने इसकी खेती के लिए खुद सोशल मीडिया से जानकारी जुटाई। (पढ़ें पूरी खबर)
    Click here to Read more
    Prev Article
    जोधपुर-जैसलमेर में आतंकवादियों से जुड़े 3-मौलवी पकड़े:अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन से संबंध होने की आशंका, NIA-ATS ने मदरसे से पकड़ा
    Next Article
    रोहित गोदारा गैंग के गुर्गों के बाल-काटकर गांव में घुमाया:पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर सहित 6 को पकड़ा; लंगड़ाते हुए मुंह छिपाकर चल रहे थे

    Related Rajasthan Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment