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    भारत आ रहे रूसी तेल जहाज ने अचानक यूटर्न लिया:गुजरात के सिक्का पोर्ट आ रहा था रूस की सरकारी तेल कंपनी का टैंकर

    6 days ago

    अमेरिका के रूसी तेल पर नए प्रतिबंध लगाए जाने के बाद, भारत आ रहे रूसी कच्चे तेल से भरे एक जहाज ने अचानक यूटर्न ले लिया है। शिप-ट्रैकिंग डेटा के अनुसार फ्यूरिया नाम का यह बड़ा जहाज मंगलवार को डेनमार्क और जर्मनी के बीच एक रुट से भारत की ओर आ रहा था। यह जहाज रूस की सरकारी तेल कंपनी रोसनेफ्ट का बेचा गया तेल लेकर आ रहा था। यू-टर्न लेने का यह वाकया अमेरिका के रूसी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल को ब्लैकलिस्ट करने के ठीक एक हफ्ते बाद हुआ है। अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने 22 अक्टूबर को कंपनियों और बैंकों को निर्देश दिया था कि इन दोनों कंपनियों प्रतिबंध का ऐलान किया था। भारत के सिक्का बंदरगाह पर आने वाला था टैंकर ब्लूमबर्ग के मुताबिक, फ्यूरिया टैंकर ने 20 अक्टूबर को रूस के बाल्टिक बंदरगाह प्रिमॉर्स्क से करीब 7,30,000 बैरल 'यूराल क्रूड' लोड किया था। शुरुआत में, जहाज ने अपना डेस्टिनेशन गुजरात में रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारत पेट्रोलियम के उपयोग वाला सिक्का बंदरगाह बताया था। इस जहाज के नवंबर मध्य तक भारत पहुंचने की उम्मीद थी। जहाज ने अचानक बदला रुट बाद में, जहाज ने अपनी मंजिल बदलकर मिस्र का पोर्ट सईद कर ली। रूस से भारत आने के लिए सबसे तेज रास्ता स्वेज नहर से होकर जाता है, इसलिए जहाज अक्सर स्वेज नहर से गुजरने से पहले पोर्ट सईद को अपनी मंजिल बताते हैं। जहाज की उम्र भी हो सकती है यूटर्न की वजह फ्यूरिया टैंकर पहले ही यूरोपीय संघ (EU) और यूके (UK) द्वारा प्रतिबंधित हो चुका है। इसकी उम्र भी एक समस्या है। यह टैंकर इस साल 23 साल का हो जाएगा, जबकि तेल टैंकरों की सामान्य सीमा करीब 18 साल होती है। इसके अलावा डेनमार्क सहित कुछ यूरोपीय देश अब अपने जलक्षेत्र से गुजरने वाले पुराने टैंकरों की जांच बढ़ा रहे हैं। ये खबर भी पढ़ें दावा- रूस से तेल खरीदी घटाएगा भारत:सबसे बड़ी इंपोर्टर रिलायंस भी परचेसिंग कम करेगी; ट्रम्प ने कहा था- भारत रूसी तेल खरीदना बंद करेगा भारतीय रिफाइनर्स रूसी तेल के आयात को कम कर सकते हैं। रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि रिफाइनिंग कंपनी रिलायंस सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से अपनी रूसी तेल की खरीदारी एडजस्ट कर रही है। सरकारी कंपनियां भी शिपमेंट चेक कर रही है। पूरी खबर पढ़ें
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