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    ‘पहला धन निरोगी काया’:70 प्रतिशत महिलाओं का दिल स्वस्थ, निरोगी काया में पुरुषों से आगे

    1 month ago

    पुरानी कहावत है- ‘पहला धन निरोगी काया’ यानी स्वस्थ शरीर सबसे बड़ा धन है। बेहतर स्वास्थ्य के बिना न सुख मिलता और ना ही आनंद। नवरात्र में मां गौरी की पूजा के पीछे की भावना भी बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना से जुड़ी है। इस संदर्भ में देखें ताे प्रदेश की महिलाएं पुरुषों से कहीं अधिक धनी हैं। पुरुषों में स्वास्थ्य जागरूकता व स्वास्थ्य जांच प्रोत्साहन जरूरी अस्पताल में कार्डियोलॉजी आईपीडी में 30% महिलाएं, जबकि 70% पुरुष हैं। दरअसल, महिलाओं की इम्युनिटी पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है। इसका एक कारण हार्मोनल और क्रोमोसोम हैं। गर्भावस्था भी इम्युनिटी बढ़ाती है। इससे जीवनभर महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा रहती है। पुरुषों में हार्ट संबंधी रोग से मृत्यु दर अधिक हाेने की वजह जीवनशैली है। उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा और निष्क्रिय जीवनशैली, स्वच्छता की कमी प्रमुख कारण हैं। पुरुषों में स्वास्थ्य साक्षरता बढ़ाने और स्वास्थ्य जांच को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। पुरुषों और महिलाओं के बीच अंतर क्यों? 1. पुरुषों में धूम्रपान, शराब का सेवन और उच्च तनाव जैसे कारण हृदय रोग और श्वसन संबंधी बीमारी का जोखिम बढ़ाते हैं। 2. खनन, कृषि और निर्माण जैसे क्षेत्रों में काम करने से श्वसन संबंधी बीमारी और हादसों में माैत। 3. पुरुषों में स्वास्थ्य काे लेकर जागरूकता और नियमित स्वास्थ्य जांच की प्रवृत्ति महिलाओं की तुलना में कम होती है। 4. घर से बाहर काम और आजीविका कमाने का पैटर्न भी पुरुषों में संक्रामक रोगों का कारण है।
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