SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    vagadlive
    vagadlive

    भारत का व्यापार घाटा ₹2.5 लाख करोड़ पहुंचने का अनुमान:सितंबर में ₹13 हजार करोड़ बढ़ सकता है; सोने का बढ़ता इंपोर्ट इसका कारण

    1 week ago

    देश का व्यापार घाटा सितंबर में करीब 13 हजार करोड़ रुपए बढ़ सकता है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की नई रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2025 में भारत का व्यापार घाटा $28.0 बिलियन डॉलर (2.48 लाख करोड़) तक पहुंचने का का अनुमान है। यह आंकड़ा अगस्त के 26.5 बिलियन डॉलर (2.35 लाख करोड़) से 1.5 बिलियन डॉलर ज्यादा है। इस भारी उछाल का सबसे बड़ा कारण देश में सोने का आयात बढ़ना है। सितंबर में दाम बढ़ने के बावजूद सोने का आयात लगभग दुगना होने की उम्मीद है। सोने की मांग बढ़ी, आयात दोगुना होने की उम्मीद इस साल सोने की कीमत 45,363 रुपए बढ़ी है लेकिन लोगों ने खरीदारी कम नहीं की। सितंबर में सोने का आयात अगस्त के मुकाबले लगभग दुगना होने की उम्मीद है। इस मांग के पीछे मुख्य कारण त्योहारी सीजन और शादियों का मौसम है, जिसके शुरू होते ही भारतीय बाजारों में सोने की खरीददारी बढ़ जाती है। भारत का सुस्त निर्यात भी घाटे का कारण सोने के आयात के अलावा, भारत का निर्यात भी सुस्त बना हुआ है, जिसका एक बड़ा कारण वैश्विक मांग में कमी और अमेरिका के साथ व्यापार समझौते में देरी है। अमेरिका भारत के कुल माल निर्यात का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा खरीदता है। अमेरिका से द्विपक्षीय व्यापार की गति धीमी होने से भारतीय निर्यात पर सीधा असर पड़ा है। हालांकि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पुष्टि की है कि अमेरिका के साथ पहले चरण के व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है, जिसके नवंबर 2025 तक जारी रहने की उम्मीद है। यदि यह समझौता हो जाता है, तो टैरिफ कम होने से अमेरिका को निर्यात में तेजी आ सकती है। क्या होता है ट्रेड डेफिसिट? जब एक निश्चित टाइम पीरियड को दौरान देश का इंपोर्ट यानी विदेशों से मंगाए गए सामान की वैल्यू देश के एक्सपोर्ट यानी देश देश के बाहर भेजी जाने वाली सामानों की वैल्यू से ज्यादा हो जाता है। ऐसी स्थिती में भारत का पैसा विदेशों में ज्यादा चला जाता है, इसी स्थिती को ट्रेड डेफिसिट या व्यापार घाटे कहा जाता है। इसे निगेटिव बैलेंस ऑफ ट्रेड भी कहते हैं। दूसरे शब्दों में, जब कोई देश बेचने से ज्यादा खरीदता है, तो उसे ट्रेड डेफिसिट कहा जाता है।
    Click here to Read more
    Prev Article
    रिटायरमेंट के बाद हर महीने ₹1 लाख कैसे कमाएं:इसके लिए कितना फंड चाहिए और बनाने के लिए क्या प्लानिंग चाहिए
    Next Article
    टॉप-10 कंपनियों में 8 की वैल्यू ₹1.94 लाख करोड़ बढ़ी:TCS टॉप गेनर रही, वैल्यू ₹45,678 करोड़ बढ़ी; LIC और HUL का मार्केट कैप गिरा

    Related Business Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment