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    बीकानेर में जवानों ने ड्रोन से दुश्मन ढूंढकर गोलियां बरसाई:T-72 टैंक से उड़ाए ठिकाने; डिजिटल फायरिंग सिस्टम से सटीक निशाना लगाया

    5 days ago

    बीकानेर की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में इंटीग्रेटेड फायरिंग एक्सरसाइज (Integrated Firing Exercise) की प्रैक्टिस की गई। ये अभ्यास अग्निपथ पर अजेय भारत और नेटवर्क सेंट्रिक वॉरफेयर का प्रदर्शन था। इसमें थल सेना के जवानों ने ड्रोन उड़ाकर दुश्मन के ठिकानों का पता लगाया गया। अभ्यास के दौरान हवा और जमीन से टैंक और मिनी गन से गोला-बारूद बरसाया गया। साथ ही भारत के डिजिटल फायरिंग सिस्टम को भी प्रदर्शित किया गया। इसमें दुश्मन के ठिकानों पर टारगेट सेट कर सटीक फायरिंग की गई। भारतीय थल सेना ने समन्वित शक्ति प्रदर्शन करते हुए BMP -2, T-72 टैंक, 130 मिमी मीडियम गन और WSI सिस्टम से वास्तविक युद्ध जैसा अभ्यास किया। इस अभ्यास में साउथ वेस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। जानकारी के अनुसार, इस अभ्यास में फायरिंग डेमोंस्ट्रेशन के साथ-साथ मॉडर्न वॉर, आपसी समन्वय और सटीक मारक क्षमता को दिखाना था। थल और वायु सेना के जवानों ने एकजुट होकर अपने हथियारों, वाहनों और तोपखाने का प्रदर्शन किया। यूनिट्स ने एक साथ आपसी तालमेल बैठाकर दुश्मन के ठिकाने उड़ाए। तस्वीरों में देखें अभ्यास... एक्सरसाइज में शामिल थे ये शस्त्र फायर एंड मूव की रणनीति का अद्भुत प्रदर्शन अभ्यास के दौरान सैनिकों ने फायर एंड मूव की रणनीति का अद्भुत प्रदर्शन किया। टैंकों और पैदल यूनिटों ने एक-दूसरे के समर्थन में लगातार फायरिंग की। जबकि आर्टिलरी यूनिट्स ने दूर से लक्ष्यों पर सटीक निशाने साधे। इससे फायरिंग के साथ-साथ सैनिक आगे बढ़ते रहे और टारगेट को भेद दिया। थल सैनिकों ने आपसी तालमेल का प्रदर्शन कर एक-दूसरे को सूचना दी और तेजी के साथ दुश्मन के ठिकानों पर फायर किए। सीमा की रक्षा की सबसे बड़ी गारंटी लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने कहा- भारतीय सेना की ताकत केवल उसके हथियारों में नहीं, बल्कि उसके प्रशिक्षण, अनुशासन और टीम वर्क में है। महाजन की रेत में जो आग और जोश दिखाई दे रहा है, वही हमारी सीमाओं की रक्षा की सबसे बड़ी गारंटी है। यह एक्सरसाइज दक्षिण पश्चिमी कमान की ऑपरेशनल रेडिनेस का सशक्त उदाहरण है और यह दर्शाता है कि सेना किसी भी समय, किसी भी परिस्थिति में मिशन को पूरा करने के लिए तैयार है। अग्निपथ पर अजेय भारत की तैयारी एक्सरसाइज के दौरान युवा सैनिकों और नई तकनीक के संयोजन ने भारत के ‘नए युग के युद्ध दर्शन’ की झलक दिखाई। डिजिटल फायरिंग सिस्टम, कम्युनिकेशन नेटवर्क और बैटल फील्ड सर्विलांस इंटिग्रेशन के माध्यम से यह स्पष्ट किया गया कि भारतीय सेना अब नेटवर्क सेंट्रिक वॉरफेयर की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। पढ़ें ये खबर भी… रात के अंधेरे में टैंकों ने उड़ाए दुश्मन के ठिकाने:ड्रोन से मिली लोकेशन, कॉम्बैट व्हीकल ने फायर किए; महाजन रेंज में युद्धाभ्यास बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में सप्त शक्ति कमान ने 'अमोघ फ्यूरी' एक्सरसाइज की। रात के अंधेरे में दुश्मन के ठिकानों पर गोला-बारूद बरसाए। (पढ़ें पूरी खबर) राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर पर जुटेंगे 30 हजार सैनिक:सेनाएं लाएंगी सबसे आधुनिक हथियार, रेगिस्तान से सर क्रीक तक होगा सबसे बड़ा युद्धाभ्यास राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर 13 दिन अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होगा। आर्मी, एयरफोर्स और नौसेना के 30 हजार जवान थार में जॉइंट एक्सरसाइज करेंगें। (पढ़ें पूरी खबर)
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