SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    vagadlive
    vagadlive

    जालोर में थानेदार ने सिगरेट पीते हुए की कार्रवाई:केशवना में बिना कोर्ट आदेश के महिलाओं व नाबालिग को घर से निकाला बाहर

    5 days ago

    जालोर के केशवना में बिशनगढ़ पुलिस की कार्रवाई के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बिशनगढ़ पुलिस घर के अंदर से महिलाओं को बाहर लाकर पुलिस की गाड़ी में डाल रही है। इस दौरान बाहर खड़े किसी व्यक्ति ने छिपकर वीडियो बना लिया। इस वीडियो में बिशनगढ़ एसएचओ निंबसिंह खुद मौके पर मौजूद है और पुलिसकर्मियों से घर में मौजूद महिलाओं को पुलिस गाड़ी में बैठाने के निर्देश दे रहे है। साथ ही साथ सिगरेट पीते हुए भी दिखाई दे रहे है। 2 महिलाओं को किया था गिरफ्तार बता दें कि बुधवार 29 अक्टूबर को प्रोपर्टी विवाद में बिशनगढ़ पुलिस ने पहले से रह रहे कैलाश के परिवार से 2 महिलाओं को उसी घर से चोरी के मामले में गिरफ्तार किया। कार्रवाई के दौरान कैलाश केशवना से बाहर था। इसको लेकर 25 अक्टूबर को नवीन जैन ने बिशनगढ़ थाने में घर पर कब्जा करने व चोरी का मामला दर्ज करवाया था। इसी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस कैलाश वैष्णव के घर पहुंची और 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद कैलाश की दोनों नाबालिग बेटियों ने कोर्ट के समक्ष पेश होकर परिवाद दिया था। इधर, गुरुवार को कैलाश के घर पर पुलिस की ओर से तालाबंदी होने पर कैलाश की दोनों बेटियां घर के बाहर बैठी रही। वहीं परिवार की कुछ महिलाएं भी दोनों लड़कियों को सांत्वना देने के लिए उनके साथ दिनभर रही। यह था मामला कोर्ट में 17 साल की नाबालिग बेटी ने दिए परिवाद में बताया गया कि केशवना निवासी जनक सिंह उर्फ जनार्दन सिंह पुत्र जालम सिंह, नवीन कुमार पुत्र चंपालाल जैन, बिशनगढ़ एसएचओ निम्बसिंह और एएसआई ताराराम ने मिलकर बुधवार 29 अक्टूबर को जबरन घर में घुसे और घर खाली करवाने के लिए उसके व उसकी 15 वर्षीय बहन अर्चना, मां ललिता देवी, दादी शांति देवी, काका लक्ष्मणदास के साथ मारपीट की। दोनों बहनों के अलावा सभी को जबरन गाड़ी में डालकर थाने ले गए और घर पर ताला लगा दिया। केशवना निवासी नवीन पुत्र चंपालाल जैन ने 25 अक्टूबर को बिशनगढ़ थाने में एक रिपोर्ट पेश की। जिसमे बताया कि उसके स्वर्गीय पिता ने 4 जनवरी 2006 में स्वर्गीय कानाराम वैष्णव से प्लाट व मकान खरीदा था और देखभाल के लिए जनकसिंह को सौंपा था। 18 से 20 अक्टूबर के बीच कानाराम के पुत्र कैलाश व उसके परिवार ने ताला तोड़कर घर पर कब्जा करने के साथ सामान चोरी किया। एसपी को भी दिया गया था परिवाद इससे एक दिन पहले 24 अक्टूबर को कैलाश ने एसपी को परिवाद पेश कर बताया कि वह पुश्तैनी मकान में रह रहा है और बिजली और पानी का बिल उसके पिता के नाम से आता है और वे उसे लगातार भर रहे है, लेकिन 22 अक्टूबर को जनकसिंह कुछ लोगों के साथ आया और घर खाली करवाने के लिए मारपीट की। इसकी रिपोर्ट बिशनगढ़ थाने में दी तो रिपोर्ट फाड़ दी। थाने में बिठा दिया। जिसके बाद रात को फिर छोड़ दिया। इसलिए उसे पुलिस अधीक्षक के सामने पेश होना पड़ा। पहले भी ऐसा एक मामला आया था सामने कुछ इसी तरह 6 अक्टूबर को जालोर नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें माथुर सार्वजनिक तौर पर सिगरेट पीते हुए लोगों की समस्या सुन रहे थे। वीडियो के वायरल होने पर स्वायत्त शासन विभाग की ओर से आदेश जारी कर आयुक्त दिलीप माथुर को निलंबित किया गया था। यह खबर भी पढ़िए...
    Click here to Read more
    Prev Article
    जयपुर बस हादसे के बाद इमरजेंसी गेट लगवा रहे ऑपरेटर्स:ड्राइवर बोले- इससे ज्यादा कोई फर्क नहीं पड़ता, असली वजह खुली वायरिंग
    Next Article
    भीलवाड़ा में 5 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार:चोरी नकबजनी के 15 मामलों में थी तलाश, 2 साल से दे रहा था चकमा

    Related Rajasthan Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment