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    Microsoft और Google हो गए पुराने, अब काम-काज के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे लोग, केंद्रीय मंत्री भी हुए दीवाने

    4 weeks ago

    Zoho: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर यह ऐलान किया कि वे अब डॉक्यूमेंट्स, स्प्रेडशीट्स और प्रेज़ेंटेशन जैसे कामों के लिए Zoho का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी अपनाओ अभियान से जोड़ते हुए लोगों से भी भारतीय तकनीकी उत्पादों और सेवाओं का उपयोग करने की अपील की. अब तक इस तरह के कामों के लिए ज्यादातर लोग Microsoft Office या Google Workspace जैसे विदेशी प्लेटफॉर्म का उपयोग करते आए हैं.

    Zoho क्या है?

    Zoho Corporation एक भारतीय सॉफ़्टवेयर कंपनी है जिसकी शुरुआत साल 1996 में श्रीधर वेम्बू और टोनी थॉमस ने की थी. कंपनी का हेडक्वॉर्टर चेन्नई में है और यह Software-as-a-Service (SaaS) मॉडल पर काम करती है. Zoho आज के समय में 55 से ज्यादा क्लाउड-आधारित टूल्स उपलब्ध कराती है जिनमें ईमेल, अकाउंटिंग, एचआर, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और सीआरएम जैसी सेवाएं शामिल हैं.

    कंपनी अमेरिका में इनकॉर्पोरेटेड जरूर है लेकिन इसका संचालन मुख्य रूप से भारत के ग्रामीण तमिलनाडु से होता है. आज ज़ोहो के 150 से अधिक देशों में 10 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं. इसके क्लाइंट्स में स्टार्टअप्स से लेकर Fortune 500 कंपनियाँ तक शामिल हैं.

    माइक्रोसॉफ्ट और गूगल को टक्कर

    Zoho ने Zoho Workplace और Zoho Office Suite के नाम से प्रोडक्टिविटी टूल्स का एक पूरा पैकेज तैयार किया है. इनमें Zoho Writer (डॉक्यूमेंट्स), Zoho Sheet (स्प्रेडशीट्स), Zoho Show (प्रेज़ेंटेशन), Zoho Mail, Zoho Meeting, Zoho Notebook, Zoho Calendar और Zoho WorkDrive जैसे टूल शामिल हैं. ये सीधे-सीधे Microsoft Office 365 और Google Workspace से मुकाबला करते हैं.

    डेटा सुरक्षा और किफ़ायती प्लान्स

    Zoho की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह यूज़र डेटा को प्राइवेट रखता है. कंपनी का बिज़नेस मॉडल विज्ञापनों पर आधारित नहीं है, इसलिए डेटा को विज्ञापन कंपनियों के साथ साझा नहीं किया जाता. इसके अलावा यह अलग-अलग देशों में डेटा होस्ट करता है ताकि हर क्षेत्र के रेग्युलेटरी नियमों का पालन किया जा सके. कीमत के मामले में भी Zoho, Microsoft और Google से काफी सस्ता है. इसी वजह से भारत में छोटे और मझोले व्यवसायों (SMBs) के बीच इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है.

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