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    सोलर प्लांट के नाम पर 63 लाख से ज्यादा हड़पे:कंपनी की ओर जांच की गई तो हुआ खुलासा, न प्लांट लगाया और न पैसे चुकाए

    4 weeks ago

    जोधपुर में सोलर प्लांट लगाने के नाम पर लोन लेकर लाखों रुपए की राशि हड़प लेने का मामला सामने आया है। इस संबंध में लोन देने वाली कंपनी ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। यूग्रो कैपिटल लिमिटेड के मांगीलाल ने सरदारपुरा थाने में रिपोर्ट दीई। जिसके बाद पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई। पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि उनकी कंपनी का ब्रांच ऑफिस सरदारपुरा बी रोड पर है। कंपनी एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड है, जो वित्तीय सुविधा प्रदान करती है। 150 केवी का सोलर प्लांट लगवाने के लिए लिया लोन रिपोर्ट के मुताबिक, मैसर्स ग्रीन एनर्जी ऑफ इंडिया के प्रोपराइटर मनोज सिंह राठौड़ पुत्र विद्याराम सिंह राठौड़ सोलर प्लांट इंस्टॉलेशन का कार्य करता है। मनोज सिंह ने कंपनी से संपर्क किया कि वह जयपुर के कालाडेरा रीको एरिया में 150 केवी का सोलर प्लांट लगवाना चाहता है और इसके लिए उन्हें लोन की आवश्यकता है। 63 लाख से ज्यादा की दी कोटेशन आरोपी के साथ ही आंचल डिलाइट फूड्स प्राइवेट लिमिटेड जयपुर के डायरेक्टर स्पर्श अग्रवाल, ऐरन इंडस्ट्रीज के प्रोपराइटर दिनेश कुमार अग्रवाल ने उनके साथ बतौर सहऋणी के रूप में आवेदन दिया। सोलर प्लांट के लिए 63 लाख 30 हजार रुपए कोटेशन दी गई और अपना प्रपोजल, जीएसटी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट आदि मेल की गई। कंपनी ने कुल राशि 66 लाख 94 हजार रुपए डाले इसके बाद कंपनी ने 29 सितंबर 2024 को 44 लाख 83 हजार 300 रुपए का लोन स्वीकृत किया। शेष राशि आरोपी स्पर्श अग्रवाल और एक अन्य आरोपी शिल्पा अग्रवाल को मार्जिन मनी के रूप में दी जानी थी, जिन्होंने अपनी सहमति कंपनी के प्रोजेक्ट पर दी। 30 सितंबर 2024 को उनके खाते में 3 लाख 11 हजार 700 रुपए लोन डिस्बर्स कर दिया गया। बाकी राशि सोलर प्लांट इंस्टॉलेशन होने के बाद देना तय हुआ। मर्जी मनी के रूप में 18 लाख 99 हजार रुपए एक अन्य फर्म पाफेक्ट​​​ मिल्क फूड्स के अकाउंट के जरिए मनोज सिंह राठौड़ को दी गई। आरोपियों को कंपनी की ओर से कुल राशि 66 लाख 94 हजार रुपए की राशि उनके अकाउंट में ट्रांसफर की गई। आरोपियों ने लोन का ब्याज और किश्तें नहीं चुकाई इसके बाद आरोपियों ने कंपनी को ना तो लोन का ब्याज चुकाया और ना ही किश्तें दी। सोलर प्लांट के इंस्टॉलेशन और वेरिफिकेशन के संबंध में कोई कदम नहीं उठाया तो कंपनी की तरफ से अधिकृत व्यक्ति प्लांट का वेरिफिकेशन करने गया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। जांच में सोलर प्लांट नहीं लगाने का हुआ खुलासा दरअसल, आरोपी ने सोलर प्लांट लगाया ही नहीं और कंपनी की दोबारा दी गई राशि को हड़प लिया। इसके साथ ही आरोपियों ने जानबूझकर सोलर प्लांट की कोटेशन ज्यादा दिखाई। कंपनी की तरफ से आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी करके राशि हड़पने का मामला दर्ज कराया गया है। फिलहाल सरदारपुरा थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
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