SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    vagadlive
    vagadlive

    जयपुर में बिना परमिशन निकाली बच्चे की आंखें:अंतिम संस्कार के समय परिवार को पता चला; सिर पर चोट लगने से हुई थी मौत

    3 weeks ago

    जयपुर में एक 10 साल के बच्चे की मौत के बाद परिजनों की अनुमति के बिना उसकी आंखें निकाल ली गईं। बच्चे की मौत सिर में चोट लगने के कारण हुई थी। जब परिवार वाले अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, तब दोनों आंखें नहीं होने का पता लगा। आरोपी ने परिवार को झूठा आश्वासन दिया कि उसने आंखों का दान कर दिया है। मामले में 2 अक्टूबर को जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल (SMS) हॉस्पिटल थाने में मानव अंग और ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। ASI सुरजमल ने बताया- परिवादी की शिकायत पर FIR दर्ज कर जांच की जा रही है। बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी तक जांच में आई डोनेट का सटिर्फिकेट भी परिजनों को दिया जाना सामने आया है अब 4 पाइंट में समझिए पूरा मामला... 1. 2023 में हुई थी बच्चे की मौत ASI सुरजमल ने बताया- करौली के टोडाभीम निवासी किरोड़ी लाल मीना (45) ने FIR दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया- 6 अगस्त 2023 को दोपहर करीब 1 बजे राजौर गांव में पानी की टंकी बनाई जा रही थी। निर्माण काम के दौरान बेटा समर मीना (10) अपने दो-तीन दोस्तों के साथ पास ही खेल रहा था। खेलते समय अचानक पानी की टंकी से लोहे की एक चद्दर समर के सिर पर गिर गई। गंभीर चोट लगने पर उसे बालघाट स्थित सरकारी हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टर्स ने हालत गंभीर देखते हुए जयपुर के SMS हॉस्पिटल रेफर कर दिया। जयपुर लाते समय रास्ते में बेटे समर की मौत हो गई। 2.जयपुर आ जाओ, अच्छे डॉक्टर को दिखना चाहता हूं समर मीना के पिता किरोड़ी लाल ने बताया- बेटे समर की मौत होने पर वापस घर लेकर चलने की राय बना रहे थे। इस दौरान गांव के ही रहने वाले परिचित मदनमोहन का कॉल आया। कहा- आप जयपुर आ जाओ। मैं इसे किसी अच्छे डॉक्टर को दिखना चाहता हूं। हो सकता है आपका बेटा जिंदा हो। आरोप है कि मदनमोहन ने पहले ही बच्चे की आंखों का सौदा कर रखा था। मदन मोहन ने धोखे से झांसा देकर जयपुर बुलाकर बच्चे की आंखों को बेच दिया। 3. अंतिम संस्कार में आंखें निकालने का पता चला पिता का आरोप है कि बेटे की डेड बॉडी का अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के दौरान देखने पर आंखें निकालने का पता चला। बच्चे की दोनों आंखों को बेचकर झूठा आश्वासन देने लगा कि मैंने उसकी आंखों का दान कर दिया। बेटे की आंखों को दान करने के संबंध में उनसे पूछा भी नहीं। 4. FIR दर्ज करवाने की कहने पर टालमटोल करता रहा आरोपी आंखों के बिना परमिशन निकालने पर FIR दर्ज करवाने की कहने पर टालमटोल करता रहा। कहता रहा कि आप चिंता मत करो, मैंने हाईकोर्ट में मुकदमा दर्ज करवा दिया है। फैसला आपके पक्ष में ही आएगा। हाईकोर्ट में केस को समय लगाता है। एक साल समय निकलने के बाद पूछने पर बोला- अभी ओर समय लगेगा। धोखे का एहसास होने पर जयपुर के SMS हॉस्पिटल थाने में मानव अंग और उतक प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत FIR दर्ज करवाई। अंगदान से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... 3 लोगों को जिंदगी दे गया 16 साल का लड़का:अजमेर से किडनी-लिवर जयपुर के SMS हॉस्पिटल भेजे, गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया अजमेर में 16 साल के लड़के के अंगदान (ऑर्गन डोनेशन) से 3 लोगों को नया जीवन मिलेगा। 2 किडनी और लिवर को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल भेजा गया है। (पढ़ें पूरी खबर)
    Click here to Read more
    Prev Article
    पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिर्राज प्रसाद तिवारी का निधन:बयाना में होगा अंतिम संस्कार, सीएम होंगे शामिल; पूर्व सीएम ने भी जताया दुख
    Next Article
    25 साल की युवती शादी से 3 दिन पहले लापता:बहन घर से बिना कुछ बताए निकली; परिवार शादी की तैयारियों में लगा था

    Related Rajasthan Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment