SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    vagadlive
    vagadlive

    राज्यपाल बोले- औरंगजेब कैसे कुशल प्रशासक हो सकता है:उसने संभाजी के टुकड़े किए, मंदिर तोड़े; सोच समझकर शब्द मुंह से निकालने चाहिए

    1 week ago

    मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो.सुनीता मिश्रा का विवादित बयान एक बार फिर चर्चा में आ गया है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा- औरंगजेब कैसे कुशल प्रशासक (एडमिनिस्ट्रेटर) हो सकता है। उसने छत्रपति शिवाजी के बेटे संभाजी के शरीर के टुकड़े किए, मंदिर तोड़े। बागड़े ने कहा- जीवन में अच्छा बोलना चाहिए और सोच समझकर अपने शब्द मुंह से निकालने चाहिए। बागड़े ने कहा - ये पिछले दिनों उदयपुर की घटना है। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो.सुनीता मिश्रा ने बयान दिया था कि औरंगजेब का मैनेजमेंट अच्छा था। ऐसे में लोगों ने उन पर कई सवाल उठाए थे और बोले कि बताओ कैसे अच्छा था। राज्यपाल ने कहा- छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी के हाथ तोड़े, जीभ काटी, शरीर के एक-एक टुकड़े किए, वो उनका मैनजेमेंट था। कैसे उन्होंने राजस्थान में एक परिपत्र निकालकर मंदिर तोड़े। तो ये कैसे अच्छा मैनेजमेंट हो सकता है। लोगों को पसंद आए वैसा बोलेंगे तो जीवन भी अच्छा होगा। अपनी कंपनी और व्यवहार के अकाउंट को सही रखो- बागडे इससे पहले राज्यपाल ने कहा- अपनी कंपनी और व्यवहार के अकाउंट को अच्छी तरह से रखना है ये महत्वपूर्ण है। कौटिल्य का अर्थशास्त्र जरूर पढ़े। उसमें बहुत सारी व्यवस्थाएं दे रखी है। कौटिल्य ने दूसरा दीपक जलाया, क्योंकि पहले दीपक में तेल था जो राष्ट्रीय खजाने से भरा गया था और वह कुछ सरकारी काम कर रहे थे, इसलिए उन्होंने उस दीपक का इस्तेमाल किया। उन्होंने दूसरा दीपक इसलिए जलाया क्योंकि उनका अपना निजी काम था। अच्छी सोच और व्यवहार से आगे बढ़ेंगे बच्चे उन्होंने कहा- आदर्श रूप को अपने ध्यान में लाना और जीवन में लाना। अच्छे व्यवहार करने की सोच रखना, उसमें थोड़ा बहुत राष्ट्र का फायदा जरूर होगा। राष्ट्र हित और उसका फायदा क्या है उसकी सोच मन में आप हमेशा रखना। देश हित की सोच से देश की प्रगति भी होती है। बच्चों के निर्माण में भी ऐसी सोच लाए, उनको प्रेरित करें तो वे अच्छे नागरिक, अच्छे अकाउंटेंट बन सकते हैं। अच्छी कंपनी वाले भी बन सकते हैं और अच्छे सरकारी अधिकारी भी बन सकते हैं। ये सोच बहुत खास है। अपने शब्दों और वाणी का ध्यान रखें, शब्द संपत्ति है राज्यपाल ने कहा- अपने शब्द और वाणी का ध्यान रखें। शब्द अपनी संपत्ति है, कुछ भी बोलते हैं तो यह ध्यान रखें कि अपना शब्द फिजूल नहीं जाए। कोई कुछ भी कहीं भी बोलते हैं और फिर उसका परिणाम अच्छा ही होता है। अपना जीवन अच्छा करना है तो अच्छी आदत जीवन में अपनाएं। ऐसे बोलने से आप दूसरे को क्या समझाएंगे, उस पर क्या असर होगा, अच्छा या बुरा यह हमेशा के लिए ध्यान में रखने की बात है। कुलगुरु के औरंगजेब की प्रशंसा करने पर हुआ था विवाद दरअसल, 12 सितंबर 2025 को सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में कुलगुरु (वीसी) प्रो. सुनीता मिश्रा ने कहा था- ऐतिहासिक दृष्टिकोण से हम महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान और अकबर जैसे कई राजा-महाराजाओं के बारे में सुनते हैं। इनमें कुछ औरंगजेब जैसे कुशल प्रशासक (एडमिनिस्ट्रेटर) भी थे। इस बयान के बाद छात्रों ने हंगामा कर धरना-प्रदर्शन किया था। विवाद बढ़ते ही कुलगुरु प्रो. सुनीता मिश्रा ने मांगी थी माफी हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद प्रो. सुनीता मिश्रा ने माफी मांग ली थी। सुनीता मिश्रा ने कहा था- वक्तव्य को गलत तरीके से तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। यदि पूरे वक्तव्य को सुना जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि मैंने औरंगजेब की प्रशंसा में कुछ नहीं कहा है। वे मूलतः अहिन्दी भाषी हैं, जिसके कारण सुनने में भाषा संबंधी असमंजस हो जाता है। उनका मंतव्य किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं था और यदि उनके वक्तव्य से किसी को ठेस पहुंची हो तो वे क्षमा चाहती हैं। औरंगजेब पर बयान को लेकर विवाद से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... औरंगजेब के बयान पर फंसीं कुलपति बोलीं-ये मेरे खिलाफ साजिश:केवल 5 सेकेंड के हिस्से को दिखाया जा रहा; जानें- महिला कर्मचारियों से दुर्व्यवहार पर क्या कहा 6 घंटे बाद वीसी को सुर​क्षा के बीच निवास पहुंचाया:देर रात छात्रों के जाने बाद 11:30 बजे ऑफिस का ताला खोला, फिलहाल यूनिवर्सिटी नहीं आएंगी कुलपति उदयपुर में औरंगजेब की प्रशंसा पर सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में हंगामा:छात्रों ने कांच फोड़े, पुतला जलाया; बोले-कुलगुरु को हटाया जाए नहीं तो आंदोलन करेंगे सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु बोलीं- औरंगजेब सबसे कुशल एडमिनिस्ट्रेटर था:सांसद बोले कार्रवाई हो, ABVP के महानगर मंत्री बोले- यह ठीक नहीं है, वीसी ने मांगी माफी
    Click here to Read more
    Prev Article
    सरकारी अधिकारी ने दुकान के बेसमेंट में किया सुसाइड:नोट में लिखा- मैं थक गया हूं, मैंने सब लौटाया,लेकिन सूदखोरों ने जीने नहीं दिया
    Next Article
    मां-4 बच्चों का शव लेने दूसरे-दिन भी कोई नहीं आया:पति, मां और भाई कर चुके इनकार; फ्लैट में सड़ी हालत में मिली थीं लाशें

    Related Rajasthan Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment