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श्रीलंका में बुधवार को एक विपक्षी नेता लसंत विक्रमसेकरा की उनके कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि 38 साल के विक्रमसेकरा वेलिगामा शहर के काउंसिल चेयरमैन थे। वे आज अपने कार्यालय में लोगों से मिल रहे थे। तभी एक बंदूकधारी अंदर घुसा और रिवॉल्वर से कई गोलियां चलाईं। हमले में कोई और घायल नहीं हुआ। हत्यारा मौके से फरार हो गया। पुलिस ने कहा- हत्यारे को पकड़ने के लिए जांच शुरू हो गई है। अभी यह साफ नहीं है कि हत्या का मकसद क्या था। विक्रमसेकरा विपक्षी पार्टी समागी जन बलवेगया (SJB) के सदस्य थे। उनकी पार्टी और सत्ताधारी पार्टी के बीच वेलिगामा काउंसिल के कंट्रोल को लेकर सियासी लड़ाई चल रही थी। श्रीलंका में इस साल हिंसक अपराध बढ़े हैं, जिनमें ज्यादातर ड्रग गिरोहों और संगठित अपराध से जुड़े हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 100 से ज्यादा गोलीबारी की घटनाओं में कम से कम 50 लोग मारे गए हैं। यह हत्या पिछले साल राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की सरकार के सत्ता में आने के बाद किसी राजनेता की पहली हत्या है। उनकी सरकार ने कानून-व्यवस्था बहाल करने का वादा किया था। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... इजराइल बोला- सुरक्षा के लिए अमेरिका के भरोसे नहीं हैं, अपने फैसले खुद करेंगे इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को कहा कि इजराइल अपनी सुरक्षा का फैसला खुद करेगा और वह सिक्योरिटी के लिए अमेरिका के भरोसे नहीं है। उन्होंने यह बात अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ गाजा में युद्धविराम पर चर्चा से पहले कही। नेतन्याहू ने कहा- हम अमेरिका के संरक्षण में नहीं हैं। इजराइल अपनी सुरक्षा खुद तय करेगा। यह बयान इसलिए दिया गया क्योंकि कुछ लोग चिंता जता रहे थे कि गाजा में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल की तैनाती से इजराइल के हमले रुक सकते हैं। वेंस ने पत्रकारों से कहा कि शांति लाना मुश्किल है, लेकिन वे उम्मीद से भरे हैं। उन्होंने कहा- हमारा काम हमास को हथियार छोड़ने के लिए मजबूर करना, गाजा का दोबारा निर्माण करना और इजराइल को हमास के खतरे से बचाना है। यह आसान नहीं, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं। वेंस ने इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग से भी मुलाकात की और कहा कि वह शांति को स्थायी बनाने के लिए आशावादी हैं। उन्होंने इजराइली बंधकों के परिवारों से भी बात की। उनके साथ अमेरिका के मिडिल ईस्ट में विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जेरेड कुशनर भी थे। इजराइल ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो शुक्रवार को नेतन्याहू से मिलने आएंगे। रूस ने न्यूक्लियर एक्सरसाइज की, यूक्रेन को लड़ाकू विमान देगा स्वीडन रूस ने बुधवार को न्यूक्लियर हथियारों का बड़ा अभ्यास किया। यह एक्सरसाइज राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मुलाकात टालने की घोषणा के एक दिन बाद हुआ। रूस ने जमीन, पनडुब्बी और हवाई जहाजों से मिसाइलें दागीं, जिनमें ऐसी मिसाइलें भी थीं जो अमेरिका तक पहुंच सकती हैं। क्रेमलिन ने इसका वीडियो भी जारी किया, जिसमें जनरल वेलरी गेरासिमोव पुतिन को अभ्यास की जानकारी दे रहे हैं। दूसरी तरफ स्वीडन ने यूक्रेन को ग्रिपेन लड़ाकू विमान देने के लिए एक समझौता पत्र साइन किया। ये विमान अमेरिकी F-35 से सस्ते और मजबूत माने जाते हैं। यूक्रेनी पायलट पहले ही स्वीडन में इनका परीक्षण कर चुके हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने स्वीडिश कंपनी साब के दौरे पर कहा कि वे कम से कम 100 ग्रिपेन विमान खरीदना चाहते हैं और अगले साल से इनका इस्तेमाल शुरू करना चाहते हैं। यूक्रेन में किंडरगार्टन पर रूस का ड्रोन अटैक, हमले के वक्त 48 बच्चे मौजूद थे रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के खार्किव शहर पर ड्रोन से हमला किया। इस हमले में एक किंडरगार्टन को निशाना बनाया गया, जिसमें एक 40 साल के व्यक्ति की मौत हो गई और 9 लोग घायल हो गए। लोकल प्रशासन ने बताया कि यह हमला सुबह शहर के पश्चिमी हिस्से में हुआ। लोकल गवर्नर ओलेह सिनिएहुबोव ने कहा कि हमले में रूस ने शायद गेरान-2 जैसे खतरनाक ड्रोन इस्तेमाल किए। एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि हमला एक भीड़-भाड़ वाले इलाके में हुआ, जहां एक निजी किंडरगार्टन था। अच्छी बात ये रही कि बच्चों को जल्दी ही सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया गया। खार्किव के मेयर इहोर तेरेखोव ने कहा कि हमले के समय बच्चे शेल्टर में थे, इसलिए कोई घायल नहीं हुआ। किंडरगार्टन में उस समय शिक्षक और 48 बच्चे मौजूद थे। यूक्रेन की इमरजेंसी सर्विस ने बताया कि हमले से एक दुकान, कॉफी शॉप, एक ऑफिस और 6 गाड़ियां डैमेज हुईं। किंडरगार्टन में तीन जगह आग लग गई, जिसमें सबसे बड़ी आग 500 वर्ग मीटर में फैली। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा- रूस के ये हमले उन लोगों के लिए जवाब हैं जो शांति की बात करते हैं। आइसलैंड में पहली बार 3 मच्छर मिले, कहां से आए वैज्ञानिक जांच कर रहे आइसलैंड में पहली बार तीन मच्छर मिले हैं। वैज्ञानिकों ने इसी हफ्ते इस बारे में जानकारी दी है। अब तक माना जाता है कि अंटार्कटिका और आइसलैंड ऐसी जगह है जहां मच्छर नहीं पाए जाते हैं। ब्योर्न हजल्टसन नाम के एक शख्स ने सबसे पहले मीडिया को बताया कि उन्होंने 16 अक्टूबर की शाम एक अजीब सा कीड़ा देखा। उन्होंने तुरंत उसे पकड़ लिया और कीट एक्सपर्ट मथियास अल्फ्रेडसन को बुलाया। इसके अगले दिन पता चला कि ये कुलिसेटा एनुलाटा नाम की प्रजाति के मच्छर थे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर मच्छर यहां बसने लगे, तो यह देश के प्राकृतिक संतुलन और लोगों के हेल्थ पर असर डाल सकता है। फिलहाल वैज्ञानिक यह जांच कर रहे हैं कि ये मच्छर कहां से आए। क्या वे जहाजों या हवाई जहाजों के जरिए पहुंचे या फिर गर्म होते मौसम ने उन्हें खुद ही यहां टिकने में मदद की। आइसलैंड में पहले कभी जंगली मच्छर नहीं देखे गए। एक बार हवाई जहाज में एक मच्छर मिला था, लेकिन जंगल में यह पहली बार है। वैज्ञानिकों को शक है कि ये मच्छर जहाज या सामान के साथ आए होंगे। ये मच्छर ठंड में भी जीवित रह सकते हैं, क्योंकि ये सर्दियों में छिप जाते हैं। पुतिन दक्षिण अफ्रीका G20 समिट में शामिल नहीं होगें, ट्रम्प भी नहीं जाएंगे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दक्षिण अफ्रीका में होने वाले G20 सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। यह जानकारी बुधवार को रूस के राष्ट्रपति ऑफिस क्रेमलिन ने दी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा- पुतिन खुद नहीं जाएंगे, लेकिन रूस के प्रतिनिधि जाएंगे। उन्होंने बताया कि रूस की ओर से कौन हिस्सा लेगा, इसकी जानकारी उसी समय दी जाएगी। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इस जी20 सम्मेलन में नहीं जाएंगे। अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रहे तनाव के कारण ट्रम्प ने यह फैसला लिया है। अमेरिका की ओर से उपराष्ट्रपति जेडी वेंस हिस्सा लेंगे। जी20 नेताओं का यह सम्मेलन 22-23 नवंबर को जोहान्सबर्ग में होगा। इसके बाद जी20 की अध्यक्षता दक्षिण अफ्रीका से अमेरिका को सौंपी जाएगी। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के प्रवक्ता विन्सेंट मैगवेन्या ने रूसी मीडिया को बताया कि सम्मेलन में यूक्रेन संकट और इसके वैश्विक आर्थिक प्रभावों पर चर्चा होने की उम्मीद है। पुतिन पहले भी कई बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में शामिल नहीं हुए हैं। पिछले साल भारत में हुए जी20 सम्मेलन में भी उन्होंने हिस्सा नहीं लिया था। उन्होंने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था। भारत ने नेपाल को दीं 81 स्कूल बसें, 48 जिले के स्कूलों को फायदा मिलेगा भारत सरकार ने नेपाल के 48 जिलों में अलग-अलग स्कूलों को 81 स्कूल बसें भेंट की हैं। भारतीय दूतावास ने काठमांडू में बताया कि यह एक पहल है जो भारत और नेपाल के बीच चल रहे विकास सहयोग का हिस्सा है। इन बसों को कोशी प्रांत के बाढ़ प्रभावित इलाकों जैसे इलाम, झापा और उदयपुर के अलावा हुमला, मुस्तांग, संखुवासभा, दार्चुला, बैतड़ी और अछाम जैसे दूर-दराज के जिलों को भी दिया गया है। इसका मकसद नेपाल के सातों प्रांतों में शिक्षा पहुंच को बेहतर बनाना है। दूतावास ने यह भी बताया कि पिछले तीन दशकों में, भारत नेपाल के संस्थानों को 381 स्कूल बसें दे चुका है, जो देश भर में छात्रों की आवाजाही और शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इजराइली पीएम नेतन्याहू ने राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख हनेगबी को बर्खास्त किया इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख त्जाची हनेगबी को बर्खास्त कर दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख गिल राईच को अस्थायी प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जाएगा। हनेगबी और नेतन्याहू के बीच गाजा पर युद्ध के मुद्दे को लेकर मतभेद लंबे समय से चर्चा में थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हनेगबी पूरी सैन्य कार्रवाई के खिलाफ थे और उन्होंने हमास के साथ आंशिक समझौते के पक्ष में समर्थन दिया था। विपक्षी नेताओं ने हनेगबी के बर्खास्त होने की आलोचना की है और इसे सरकार की जिम्मेदारी से बचने की कोशिश बताया है। हनेगबी ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें नए प्रमुख की नियुक्ति के इरादे से अवगत कराया और इस कारण उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भूमिका समाप्त हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिण इजराइल पर हमास के हमले में हुई विफलताओं की पूरी जांच होनी चाहिए। प्रधानमंत्री कार्यालय ने हनेगबी की पिछले तीन साल की सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया। अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता का भूकंप, भारत में कश्मीर घाटी तक झटके महसूस हुए अफगानिस्तान में मंगलवार देर रात 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसके झटके भारत में जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में महसूस किए गए। अचानक धरती हिलने से लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप रात 11 बजकर 44 मिनट 47 सेकेंड (भारतीय समयानुसार) पर आया। इसका केंद्र अफगानिस्तान के फैयजाबाद शहर से करीब 72 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था। भूकंप की गहराई 261 किलोमीटर दर्ज की गई। लोगों ने सोशल मीडिया पर भी झटकों की जानकारी साझा की। कई जगह लोग रात के समय घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों में खड़े हो गए। फिलहाल किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। हाल ही में अफगानिस्तान में 6 तीव्रता का भूकंप आया था। इसमें अब तक 800 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 2800 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। नॉर्थ कोरिया ने 5 महीने बाद फिर बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट किया नॉर्थ कोरिया ने बुधवार को पांच महीने बाद फिर से बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया की सेना ने प्योंगयांग के दक्षिणी इलाके से कई मिसाइलें लॉन्च होते हुए देखी। मिसाइलें पूर्व दिशा में दागी गईं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वे कितनी दूर गईं और कहां गिरीं। दक्षिण कोरिया ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है और अमेरिका व जापान के साथ लगातार जानकारी साझा कर रहा है। जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने कहा कि किसी भी मिसाइल ने जापान के समुद्री क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। दक्षिण कोरिया अगले हफ्ते एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि नॉर्थ कोरिया यह मिसाइल परीक्षण इसलिए कर रहा है ताकि वह खुद को एक परमाणु हथियार संपन्न देश के रूप में दिखा सके और आर्थिक प्रतिबंधों को हटवाने के लिए दबाव बना सके। लंदन विश्वविद्यालय की प्रोफेसर को दिल्ली हवाई अड्डे से लौटाया लंदन के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज (एसओएएस) में हिंदी की विद्वान और प्रोफेसर फ्रांसेस्का ओरसिनी को सोमवार रात भारत में आने से रोक दिया गया। उनके पास पांच साल का वैध ई-वीसा था। फिर भी उन्हें दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अधिकारियों ने वीसा शर्तों के कथित उल्लंघन के आरोप में प्रवेश नहीं करने दिया। एसओएएस में एमेरिटा प्रो. फ्रांसेस्का ओरसिनी चीन में एक अकादमिक सम्मेलन में भाग लेने के बाद सोमवार को हांगकांग से दिल्ली पहुंची थीं। उन्हें इस बात का स्पष्टीकरण नहीं दिया गया कि क्यों रोका गया। वीजा शर्तों के उल्लंघन के कारण ओरसिनी मार्च 2025 से ब्लैक लिस्ट में हैं। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में मनाई दिवाली: पीएम मोदी को फोन कर बधाई दी; उन्हें महान व्यक्ति और अच्छा दोस्त बताया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में दिवाली मनाई। उन्होंने भारत सहित दुनिया भर में रहने वाले भारतीयों को शुभकामनाएं दीं। इस मौके उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर दिवाली की बधाई भी दी। व्हाइट हाउस के दिवाली कार्यक्रम में ट्रम्प ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें महान व्यक्ति और बेहतरीन दोस्त बताया। कार्यक्रम में ट्रम्प ने कहा, कुछ ही देर में हम दीया जलाएंगे, जो अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाता है कि हमें हमेशा ज्ञान का मार्ग अपनाना चाहिए, मेहनत से काम करना चाहिए। इस समारोह में अमेरिकी प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इनमें FBI डायरेक्टर काश पटेल, इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गाबार्ड, व्हाइट हाउस के डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी कुश देसाई, भारत में अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा शामिल थे। पूरी खबर पढ़ें... अमेरिका में 22 दिनों से शटडाउन जारी: ये इतिहास का दूसरा सबसे लंबा शटडाउन, लाखों सरकारी कर्मचारी कर्ज लेकर घर चला रहे अमेरिका में 1 अक्टूबर से शुरू हुए सरकारी शटडाउन का आज 22वां दिन है। यह अमेरिकी इतिहास का दूसरा सबसे लंबा शटडाउन है।इससे पहले 2018 में 35 दिन और 1995 में 21 दिन के लिए शटडाउन रह चुका है। अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन में सीनेट में 20 अक्टूबर को फंडिंग बिल पास करने को लेकर 11वीं बार वोटिंग हुई। लेकिन सरकार को जरूरी 60 वोट्स में से सिर्फ 55 वोट्स ही मिल पाए। शटडाउन की वजह से करीब 7.5 लाख सरकारी कर्मचारी बिना तनख्वाह के छुट्टी पर हैं और उन्हें कर्ज लेकर घर चलाना पड़ रहा है। वहीं, राष्ट्रपति ट्रम्प ने विपक्षी डेमोक्रेट्स पर तंज करते हुए कहा- हम उनके पागलपन भरे दबाव में नहीं आएंगे। उन्होंने डेमोक्रेट्स सांसदों से इस गतिरोध को रोकने की अपील की। पूरी खबर पढ़ें... काबुल में भारत का दूतावास फिर से खुला: क्या तालिबान को मान्यता देगा भारत; अफगानिस्तान बोला- PAK से विवाद में भारत की भूमिका नहीं भारत ने मंगलवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अपने तकनीकी मिशन को अब आधिकारिक रूप से दूतावास का दर्जा दे दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह दूतावास अफगानिस्तान के समग्र विकास, मानवीय सहायता और क्षमता निर्माण में भारत की भूमिका को और मजबूत करेगा। दूतावास का नेतृत्व एक वरिष्ठ राजनयिक करेंगे, जिन्हें चार्ज डी’अफेयर्स के रूप में नियुक्त किया जाएगा। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 10 अक्टूबर को मुत्तकी के साथ मुलाकात में इसकी घोषणा की थी। इस कदम से भारत और अफगानिस्तान के बीच फिर से राजनयिक संबंध स्थापित हो गए हैं। साल 2022 से भारत ने काबुल में टेक्निकल मिशन चलाया था, लेकिन अब दूतावास की वापसी से भारत-तालिबान संबंध नए सिरे से शुरू होंगे। इसके साथ ही ये सवाल भी उठ रहा है कि क्या भारत अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता दे सकता है। पूरी खबर पढ़ें... ईरान में हिजाब थोपने वाले की बेटी ने स्लीवलेस-ड्रेस पहनी:खुद स्टेज तक ले गए; लोग बोले- उनकी दुल्हन महल में, हमारी जमीन में दफन ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार अली शमखानी की बेटी फातिमा की शादी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह शादी इस साल अप्रैल में तेहरान के लग्जरी एस्पिनास पैलेस होटल में हुई थी। वीडियो में फातिमा स्लीवलेस व्हाइट वेडिंग गाउन में नजर आ रही हैं और समारोह में म्यूजिक बज रहा है। कई महिलाएं बिना हिजाब के दिख रही हैं, जो ईरान के हिजाब कानूनों के खिलाफ है। वीडियो में शमखानी अपनी बेटी को शादी के स्टेज तक ले जाते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक महिला अधिकार कार्यकर्ता अली ओमिदवारी ने इस वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा- उनकी दुल्हन महल में है, लेकिन हमारी दुल्हन जमीन के नीचे दफन है। यहां पढ़ें पूरी खबर... --------------------------------- 21 अक्टूबर से जुड़ें अपडेट्स यहां पढ़ें...