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    विवादित पट्टे की पत्रावली साढ़े 3 वर्ष से पें​डिग नोहर में निर्णय से पहले ​अपील पर जिप मंगवाई

    1 month ago

    भास्कर संवाददाता | हनुमानगढ़ नोहर पंचायत समिति क्षेत्र की एक पट्टा पत्रावली पिछले तीन वर्ष 6 माह से पेंडिंग चल रही है। हालत यह है कि यह पत्रावली नोहर के बाद अब जिला परिषद में पड़ी है। ऐसे में पीड़ित महिला ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप जिला परिषद सीईओ पर पत्रावली को जानबूझकर पेंडिंग रखने का आरोप लगाते हुए पत्रावली को वापस नोहर पंचायत समिति में भेजने की गुहार लगाई है। परिवादी रितु राठौड़ निवासी बीकानेर का ज्ञापन में आरोप है कि बिरकाली के पूर्व सरपंच स्व. नानू सिंह ने पद पर रहते हुए पंचायती राज नियमों का उल्लंघन करते हुए स्वयं के नाम 40 हजार फीट भूमि का पट्टा गलत तरीके से जारी किया था। इसमें उनके भाई जो बराबर के भागीदार थे उनमें बलदेव सिंह, भूर सिंह व मान सिंह व उनके वारिसों को बिना कोई जानकारी दिए नानू सिंह के पुत्र भगवान सिंह ने गोपनीयता बनाए रखी। इसी पट्टे पर पट्टा हर्षवर्धन सिंह को बना दिया तो मामला उजागर हुआ। भगवान सिंह ने स्थाई समिति में प्रकरण रखा तो गत 10 जनवरी 2018 को पट्टे पर पट्टा जारी नहीं हो सकता यह ​लिखकर खारिज कर दिया। इस पट्टे की वैधानिकता की जांच पंचायत राज अधिनियम के तहत नोहर की प्रशासन व स्थापना स्थाई समिति के समक्ष विचाराधीन होकर निर्णय के लिए रखा हुआ ​था। अब केवल पंचायत समिति नोहर को निर्णय नहीं देने की नियत से विपक्षी पार्टी भगवान सिंह ने जिला प्रमुख व सीईओ के समक्ष अपील प्रस्तुत की जिस पर यह पत्रावली सीईओ ने खुद के पास मंगवा रखी है। इस पत्रावली को कलेक्टर से नोहर भिजवाने की गुहार लगाई गई है। आरोप है कि दोनों पक्षों की सुनवाई गत 16 सितंबर को अकेले सीईओ ने ही कर ली जबकि जिला प्रमुख व समिति का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं ​था। अब केवल पंचायत समिति नोहर को निर्णय नहीं देने की नियत से पत्रावली वापिस नही भेज रहे है। जिला परिषद सीईओ ओपी बिश्नोई का कहना है कि एक पक्ष ने अपील प्रस्तुत की है तो सुनवाई तो करेंगे। मैंने कौनसा बिना सुनवाई इसमें कोई निर्णय कर दिया। जानबूझकर पत्रावली पेंडिंग रखने का आरोप निराधार है। रही बात खुद के पास पत्रावली रखने की तो जिला परिषद में तो सीईओ ही पत्रावली को देखेगा।
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