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    ब्राजील में ड्रग माफिया पर हेलिकॉप्टर से रेड:जवाब में ड्रोन से बमबारी; 4 पुलिस अफसरों समेत 130 से ज्यादा की मौत

    3 days ago

    ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में पुलिस ने ड्रग संगठन ‘रेड कमांड’ के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया है। राजधानी रियो डि जनेरियो में मंगलवार सुबह 2500 पुलिसकर्मियों ने हेलिकॉप्टर से अपराधियों के इलाकों पर छापा मारा। जैसे ही पुलिस की टीमें आगे बढ़ीं, रेड कमांड गैंग के सदस्यों ने फायरिंग शुरू कर दी। अधिकारियों के मुताबिक, गैंग ने सड़कों पर जलते हुए बैरिकेड्स लगाए और ड्रोन से बम गिराए, ताकि पुलिस को रोका जा सके। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भारी हथियारों का इस्तेमाल किया। इस भिड़ंत में 130 से ज्यादा लोग मारे गए, जिनमें 4 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस इस हमले के लिए 1 साल से प्लानिंग कर रही थी। पुलिस ने 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया पुलिस ने दिनभर चली मुठभेड़ में 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया। कार्रवाई से आसपास रहने वाले करीब तीन लाख लोगों में दहशत फैल गई। लोग इसे ‘वॉर जोन’ जैसा माहौल बता रहे हैं। कई आम नागरिक भी गोलीबारी में घायल हुए, जबकि कई सड़कें अभी भी बंद हैं। इलाके में रहने वालों ने बताया कि गोलियों और धमाकों की आवाजें पूरे दिन गूंजती रहीं और लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए। ब्राजील सरकार के मुताबिक, इस इलाके को रेड कमांड का मुख्य ठिकाना माना जाता है। यह गिरोह लंबे समय से ड्रग तस्करी, हथियारों की सप्लाई और तटीय रूट्स पर कब्जे के लिए जाना जाता है। पुलिस ने बताया कि इस ऑपरेशन में 200 किलो से ज्यादा ड्रग्स, कई राइफलें और दूसरे हथियार बरामद किए गए हैं। जेल में नेताओं और अपराधियों ने मिलकर बनाया रेड कमांड कमांडो वर्मेल्हो (CV) ब्राजील का सबसे पुराना और सबसे ताकतवर अपराधी संगठन है। यह ड्रग और हथियार तस्करी को अंजाम देता है। अंग्रेजी में इसे रेड कमांड कहा जाता है। इसकी स्थापना 1970 के दशक में हुई थी। ब्राजील में सरकार ने वामपंथी विचारधारा वाले नेताओं को जेल भेज दिया था। जेल में इन कैदियों ने आम अपराधियों के साथ मिलकर पुलिस के अत्याचार से खुद बचाने के लिए गठबंधन किया। बाद में यह संगठन जेल से बाहर फैला और अपराध की दुनिया में उतर गया। रेड कमांड का मुख्य गढ़ रियो डी जनेरियो है लेकिन यह पड़ोसी देशों तक फैला हुआ है। इस संगठन को कोई एक नेता नहीं है। हर इलाके में कमांडेंट नाम का बॉस होता है, जो अपने इलाके के व्यापार पर कंट्रोल रखता है। ब्राजील के जिन इलाकों में सरकारी सिस्टम कमजोर है, वहा रेड कमांड के नियम चलते हैं। वे गरीब इलाकों में भोजन बांटते हैं। रेड कमांड का शासन हिंसा और डर के जरिए चलता है। पुलिस का कहना है कि रेड कमांड पिछले कुछ महीनों से लगातार नए इलाकों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा था। इतना ही नहीं वह दूसरे संगठन थर्ड प्योर कमांड (TCP) के इलाके में भी घुस रहा था, जिसकी वजह से हिंसक घटनाएं हो रही थीं। पुलिस ने कहा कि इसे रोकने के लिए कॉप्लेक्स दो अलेमाओ और कॉम्पलेक्स दा पेन्हा में रेड कमांड के ठिकानों पर हमले किए गए। ये दोनों इलाके उसके गढ़ माने जाते हैं। पुलिस ने कहा कि उनका मकसद रेड कमांड के ठिकानों को बर्बाद करना, उनके हथियार और पैसों को जब्त करना और उनके नेताओं को पकड़ना था। क्लाइमेट समिट से पहले कार्रवाई की गई यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब अगले कुछ दिनों में रियो में संयुक्त राष्ट्र के जलवायु कार्यक्रमों से जुड़े कई अंतरराष्ट्रीय आयोजन होने वाले हैं। रियो अगले हफ्ते C40 मेयर समिट और प्रिंस विलियम के अर्थशॉट प्राइज की मेजबानी करेगा। इसमें कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियां शामिल होने वाली हैं। यह आयोजन नवंबर में अमेजन शहर बेलें में होने वाली UN की COP30 क्लाइमेट समिट की तैयारियों का हिस्सा है। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... इजराइल ने गाजा पर फिर हमला किया:30 की मौत; हमास पर सीजफायर के उल्लंघन का आरोप, 20 दिन पहले समझौता हुआ था गाजा में सीजफायर लागू होने के बीच इजराइल ने एक बार फिर हवाई हमले किए। इनमें 30 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। इजराइल ने दावा किया कि हमास ने पहले सीजफायर का उल्लंघन कर गाजा में तैनात उसके सैनिकों पर हमला किया। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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