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    जमीनी विवाद का मामला:भुसावर थाने में तैनात था एएसआई, रिश्वत लेने के लिए परिवादी की रिश्तेदारी में झामरी पहुंचा, ट्रैप होते ही भागा

    1 month ago

    भुसावर थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद का मामला एक रिश्वत की रंगीन और शातिर कहानी में बदल गया। एंटी करप्शन ब्यूरो की भरतपुर टीम ने एक परिवादी से रिश्वत लेने के आरोप में सोमवार को एएसआई उदय सिंह को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार भुसावर थाना क्षेत्र के एक गांव के दो पक्षों में जमीन का विवाद चल रहा था। परिवादी के पक्ष में जांच कराने के लिए एएसआई ने 60 हजार रुपए मांगे, बाद में 40 हजार रुपए तय हुए। लेकिन सबसे अजीब बात हुई रिश्वत का इशारा। जब परिवादी बार-बार पूछता रहा कि “सर, बताइए कितने में काम होगा?”, तो एएसआई ने जवाब नहीं दिया। बल्कि उसने पास के करंज के पेड़ का पत्ता तोड़ा, और उस पर 40 हजार रुपए लिखकर मोड़कर परिवादी के पास फेंक दिया। साथ में चेतावनी दी– “लेट मत करना, नहीं तो तुम्हारा काम खराब हो जाएगा।” इसके बाद एएसआई ने रिश्वत लेने के लिए परिवादी को बयाना के झामरी गांव बुलाया। और परिवादी से रुपए ले लिए, लेकिन उसे गड़बड़ी का शक हुआ तो उसने पैसे फेंक दिए और भागने लगा। तभी एसीबी ने पीछा कर लुधावाई टोल के पास से आरोपी को दबोच लिया। एसीबी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह के नेतृत्व में की गई। भास्कर इनसाइट - एसीबी से बचने को 110 किमी स्पीड से दौड़ाई बाइक रिश्वत लेने के बाद एएसआई उदय सिंह ने झामरी गांव से लुधावई टोल प्लाजा तक 26 किमी की खतरनाक रेस केवल 14 मिनट में पूरी की। बाइक 100–110 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ती रही और कई बार असंतुलित होने के बावजूद गिरने से बची। एसीबी की दो गाड़ियों ने उसका पीछा किया—एक पीछे और दूसरी आगे—लेकिन आरोपी को आगे वाली गाड़ी का पता नहीं था। कई बार पीछे मुड़कर पीछा करने वाली गाड़ी से बचने की कोशिश की। आखिरकार, लुधावई टोल के पास एसीबी ने उसे पकड़ लिया। एएसआई की चालाकी फेल, एसीबी ने पकड़ा एएसआई उदय सिंह ने 28 सितंबर को परिवादी को भुसावर थाने के पास बुलाया। उसे लगा कि मामला आसान है, लेकिन एसीबी की टीम हर कदम पर नजर बनाए हुए थी। जैसे ही उसे गड़बड़ी का शक हुआ, उसने रिश्वत लेने से पल्ला झाड़ लिया। अगले दिन, सोमवार को एएसआई ने परिवादी को फोन किया और पूछा, “कहाँ हो तुम?” परिवादी ने बताया कि वह झामरी में अपने रिश्तेदार के घर पर है। एएसआई ने कहा, “ठीक है, वहीं रुको, मैं वहीं आता हूँ।” इसके बाद उसने परिवादी से कसम दिलवाई कि बच्चों का कसम खाओ, मुझे फंसाओगे नहीं। परिवादी ने यह पूरी सूचना एसीबी को दे दी। एसीबी ने महज 1.5 घंटे में झामरी पहुंचकर पूरी जाल बिछा दी। तीन सप्ताह में चौथी कार्यवाही... 1.नदबई तहसीलदार – 80 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए ट्रैप। 2.धौलपुर नगर परिषद के 5 अधिकारी-कर्मचारियों को 3.10 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हा​​थों पकड़े । 3.डीग में एसडीएम 80 हजार रुपए लेते ट्रैप। "एसीबी से सूचना मिली है। जिसके आधार एएसआई उदयसिंह का विभागीय निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही विभागीय जांच की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।" -दिगंत आनंद,एसपी,भरतपुर
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