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    पणिहारी मटका दौड़, मूंछ प्रतियोगिता रही आकर्षक:राजस्थानी वेशभूषा में 4 घंटे तैयार होने में लगे, 35 तोला ज्वेलरी पहनी, टेबल टेनिस प्लेयर है थार सुंदरी नक्षत्री

    3 weeks ago

    बाड़मेर में दो दिवसीय थार महोत्सव का रंगारंग आगाज बुधवार को शोभायात्रा के साथ हुआ। कलेक्टर टीना डाबी ने हरी झंडी दिखा कर शोभायात्रा को रवाना किया। इस दौरान शोभायात्रा में राजस्थान की संस्कृति, परंपरा, लोक संगीत का नजारा देखने को मिला। जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राजस्थानी कला, संस्कृति, लोक गायकी और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से थार महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शोभायात्रा के आदर्श स्टेडियम पहुंचने पर थार महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रम हुए। सनावड़ा के प्रसिद्ध गेर नृत्य की लाल-सफेद आंगी में मनमोहक अंदाज में प्रस्तुतियां दी गई। इस दौरान थार श्री एवं थार सुंदरी प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें से निर्णायक मंडल ने मुंबई के सोफिया कॉलेज में पढ़ने वाली नक्षत्री को थार सुंदरी चुना। वहीं बाड़मेर में मैकेनिक का काम करने वाले धर्मेंन्द्र डाबी ने परंपरागत पोशाक, आभूषण, व्यक्तित्व के आधार पर थार श्री का खिताब जीता। घुड़सवारी प्रतियोगिता में बाड़मेर शहर निवासी रूपसिंह अपने घोड़े श्याम को लेकर पहुंचे। इस दौरान दादा-पोता दौड़ में 67 साल के मूलाराम और 14 साल के पोते महिपाल ने रेस जीती। इसी तरह दंपती दौड़ में शिक्षक सवाईराम अपनी पत्नी का हाथ पकड़कर दौड़े और रेस जीती। थार महोत्सव में थार सुंदरी बनी बाड़मेर की नक्षत्री जाणी पिछले कई दिनों से तैयारी कर रही थी। इसके लिए मुंबई से थार महोत्सव में भाग लेने के लिए बाड़मेर आई। थार सुंदरी बनी नक्षत्री जाणी ने करीब 35 तोला ज्वेलरी पहन रखी थी। जिसकी अनुमानित कीमत 52 लाख रुपए है। खास बात ये है कि नक्षत्री खुद टेबल टेनिस की नेशनल प्लेयर है। थार सुंदरी के लिए नक्षत्री ने सिर पर बोर, आड, बाजूबंद, झुमका, बोर, नथनी, चंद्रहार, कमरबंध, हथफूल, रानीहार समेत करीब 12 से अधिक तरह की ज्वेलरी पहनी। ज्वेलरी और राजस्थानी वेशभूषा पहन कर तैयार होने में करीब 4 घंटे लगे। पहने हुए गहने परिवार सदस्यों के है, जो प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पहन कर आई है। वर्तमान में नक्षत्री मुंबई में रहती हैं। वहां सोफिया कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रही हैं। नक्षत्री जाणी ने कहा कि वो परिवार सदस्यों को धन्यवाद देती है, जिन्होंने उसे मोटिवेट किया और भाग लेने के लिए मुंबई से बुलाया। अ​ादर्श स्टेडियम में थार महोत्सव के पहले दिन कई प्रतियोगिताएं हुई। इस दौरान 70-80 साल के दादा के साथ 8-10 वर्ष के पोते ने भी दौड़ लगाई। राजस्थानी वेशभूषा में धोती-कुर्ता पहने हुए प्रतिभागियों ने मूंछ और साफा बांध प्रतियोगिताओं में भाग लिया। इस दौरान महिलाएं सिर पर मटका लेकर दौड़ी। इस मटका दौड़ में विशाला की रतनी विजेता रही। प्रशासन- मीडिया और दो महिला ग्रुपों के बीच रस्सा कस्सी का रोचक मुकाबला हुआ। विजेता टीमों को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार और बाड़मेर उपखंड अधिकारी यशार्थ शेखर ने ट्रॉफी प्रदान की। इनके अलावा ढोल वादन में सैफ अली खां विजेता रहे। पणिहारी मटका दौड़ में रतनी, परमेश्वरी, सुशीला और मेहंदी प्रतियोगिता में प्रियंका, लक्ष्मी, गंगा, रंगोली में सुनील, मनु, संतोष विजेता रही। बास्केटबाल प्रतियोगिता शहीद उगमसिंह क्लब एवं मल्लीनाथ क्लब के मध्य हुई। इसमें 41-55 से शहीद उगमसिंह क्लब ने मुकाबला जीता। दादा-पोता दौड़ में विजेता मूलाराम महिपाल, सुंदर मूंछ प्रतियोगिता में खेताराम, साफा बांधो प्रतियोगिता में दीपसिंह भाटी, सुंदर साफा में अशोक शेरा, दंपती दौड़ में सवाईराम एवं लता विजयी रहे। 1986 में शुरूआत, 2012 से 2021 तक बंद रहा, 2022 में फिर शुरू पश्चिमी राजस्थान की लोक संस्कृति, कला और यहां की परंपरागत कला को बढ़ावा देने के लिए 1986 में थार महोत्सव की शुरूआत हुई थी। इसके बाद थार महोत्सव लगातार 2012 तक हुआ। इस दौरान तीन दिवसीय कार्यक्रम होते थे। 2012 के थार महोत्सव में तत्कालीन कलेक्टर वीणा प्रधान ने भारतीय पॉप-रॉक गायक कैलाश खेर को बुलाया था। महाबार के धोरों पर रात्रिकालीन हुए कार्यक्रम में कैलाश खेर ने कई गानों की प्रस्तुतियां दी थी। इसके बाद कोई बड़ा कलाकार नहीं आया है। 2022 में फिर से थार महोत्सव की शुरूआत हुई। 28 से 30 मार्च 2022 को सिर्फ स्थानीय कलाकार ही शामिल हुए थे। जबकि 18, 19 और 20 मार्च 2023 को तीन दिवसीय थार महोत्सव हुआ था। इस दौरान हुए कवि सम्मेलन में प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास भी शामिल हुए थे। इस बार थार महोत्सव सिर्फ दो दिन का रह गया है। इसमें बाड़मेर शहर के आदर्श स्टेडियम, किराडू व महाबार के धोरों पर सांस्कृतिक और प्रतियोगिताएं ही है। इसके अलावा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं है। आज किराडू में सांस्कृतिक कार्यक्रम: पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक कमलेश्वर सिंह ने बताया कि थार महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को पंच गौरव स्थल किराडू में सुबह 9 से 9.30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसके बाद सुबह 9.30 से दोपहर 1 बजे तक ग्रामीण कबड्डी, सतोलिया, दंपती दौड़, दादा-पोता दौड़, रुमाल झपट्टा, मेहन्दी, रंगोली प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसी दिन रात्रि में महाबार के धोरे पर रात 7 से 10 बजे तक लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी।
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