SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    vagadlive
    vagadlive

    सोना-चांदी के दाम ऑलटाइम हाई पर:10g सोना ₹1,983 महंगा होकर ₹1.17 लाख पार, इस साल दाम ₹41,000 बढ़े; चांदी ₹1.45 लाख प्रति किलो

    3 weeks ago

    सोने-चांदी के दाम आज यानी 1 अक्टूबर को एक बार फिर ऑलटाइम हाई पर पहुंच गए हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,983 रुपए बढ़कर 1,17,332 रुपए पर पहुंच गया। इससे पहले ये 1,15,349 रुपए पर था। वहीं चांदी की कीमत भी 2,686 रुपए महंगी होकर 1,45,120 पर पहुंच गई। कल ये 1,42,434 रुपए पर थी। इस साल सोना ₹41,000 और चांदी ₹59,000 महंगी हुई 1.55 लाख रुपए तक जा सकता है सोना गोल्डमैन सैक्स की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ने अगले साल तक सोने के लिए 5000 डॉलर प्रति औंस का टारगेट रखा है। मौजूदा एक्सचेंज रेट के हिसाब से रुपए में यह लगभग 1,55,000 रुपए प्रति 10 ग्राम होगा। ब्रोकरेज फर्म पीएल कैपिटल के डायरेक्टर संदीप रायचुरा ने कहा कि सोना 1,44,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। 5 बड़े कारण, जिससे सोने में तेजी के आसार दिख रहे हैं... 1. केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: दुनियाभर के बड़े बैंक डॉलर पर निर्भरता कम करना चाहते हैं। इसलिए वे अपने खजाने में सोने का हिस्सा लगातार बढ़ाते जा रहे हैं। असर: जब बड़े बैंक लगातार खरीदते हैं तो बाजार में सोने की मांग बनी रहती है और कीमत ऊपर जाती है। 2. ‘ट्रम्प फैक्टर’ और नीति-अनिश्चितता: अमेरिका की नीतियों को लेकर अनिश्चितता है। फेडरल रिजर्व पर दखल की बातें डॉलर-बॉन्ड बाजार को कमजोर करती हैं। असर: निवेशक सुरक्षित निवेश ढूंढते हैं और सोने की ओर भागते हैं। इससे सोने की कीमतें बढ़ने लगती हैं। 3. क्रिप्टो से सोने की ओर रुख: क्रिप्टो में उतार-चढ़ाव और सख्त नियमों के डर से निवेशक पैसा सोने में लगा रहे हैं। पिछले कुछ समय के दौरान भारत में शेयर बाजार से कम रिटर्न ने भी सोने को आकर्षक बना दिया। असर: सोने की मांग में तेजी से कीमतें चढ़ जाती हैं। 4. डीडॉलराइजेशन: कई देश डॉलर का इस्तेमाल कम करके अपने आर्थिक मॉडल बदल रहे हैं। अमेरिका पर कर्ज बढ़ रहा है और डॉलर कमजोर हो रहा है। असर: डॉलर कमजोर होता है, तो सोने में तेजी आती है। 5. लॉन्ग-टर्म एसेट: सोना कभी भी पूरी तरह बेकार नहीं होता। यह नष्ट नहीं होता, सीमित मात्रा में है और महंगाई के समय अपनी कीमत बचा लेता है। असर: लंबे समय में सोना रखना ज्यादातर फायदेमंद है। गूगल पर यूजर्स रेपो रेट सर्च कर रहे हैं RBI ने रेपो रेट में कोई बदलाव न करते हुए इसे 5.50% पर स्थिर रखा है। महंगाई में कमी के चलते RBI ने ये फैसला लिया है। पिछले कुछ दिनों का ग्राफ देखा जाए तो साफ समझ आता है कि टैक्स ऑडिट रिपोर्ट का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। नीचे देखें गूगल ट्रेंड्स... सोर्स: Google Trends
    Click here to Read more
    Prev Article
    भारत के 1687 लोगों की नेटवर्थ ₹167 लाख करोड़:ये देश की GDP का आधा; ₹9.55 लाख करोड़ के साथ अंबानी परिवार सबसे अमीर
    Next Article
    केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 3 परसेंट बढ़ा:49 लाख कर्मचारी, 68 लाख पेंशनर्स को फायदा; 1 जुलाई से लागू, 3 महीने का एरियर मिलेगा

    Related Business Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment