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    ट्रम्प बोले- वेस्ट बैंक पर इजराइल का कब्जा मंजूर नहीं:मैं इसकी इजाजत नहीं दूंगा, अब बहुत हो चुका है; अगले हफ्ते अमेरिका जाएंगे नेतन्याहू

    4 weeks ago

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वेस्ट बैंक (फिलिस्तीन का हिस्सा) पर इजराइल का कब्जा मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा है कि वे कभी इसकी इजाजत नहीं देंगे। हाल ही में इजराइल के अधिकारियों ने वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों को इजराइल में मिलने की बात कही थी। इस पर ट्रम्प ने ओवल ऑफिस में कहा, मैं इजराइल को वेस्ट बैंक को मिलाने की परमिशन नहीं दूंगा। ऐसा नहीं होगा। अब बहुत हो चुका है। इस हफ्ते फ्रांस, ब्रिटेन समेत कई देशों ने फिलिस्तीन को मान्यता दी है। इस फैसले का इजराइल ने विरोध किया था। इसके बाद वेस्ट बैंक पर कब्जे को लेकर इजराइली अधिकारियों की बयानबाजी शुरू हो गई थी। नेतन्याहू अगले हफ्ते सोमवार को अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच व्हाइट हाउस में मुलाकात होगी। 58 सालों से इजराइल का वेस्ट बैंक पर कब्जा वेस्ट बैंक, जॉर्डन के पश्चिम और येरुशलम के पूरब में स्थित है। 1948 में अरब-इजराइल जंग के बाद जॉर्डन ने इस पर कब्जा कर लिया था। जॉर्डन नदी के पश्चिम में होने की वजह से तब इसका नाम वेस्ट बैंक रख दिया गया। 1967 में 6 दिनों तक चले जंग के बाद इजराइल ने इस इलाके को जॉर्डन से छीन लिया। तब से वेस्ट बैंक पर इजराइल का कब्जा बरकरार है। इस इलाके में 30 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। इसमें ज्यादातर फिलिस्तीनी हैं। इजराइल ने वेस्ट बैंक पर कब्जे के बाद कई यहूदी बस्तियां भी बसाईं। अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक यहां बनाई गई इजराइली बस्तियां अवैध हैं। इजराइली कब्जे का विरोध कर रहे अरब देश ट्रम्प लंबे समय से नेतन्याहू के करीबी सहयोग का दावा करते रहे हैं। लेकिन उन पर अब अरब नेताओं का दबाव भी है। संयुक्त अरब अमीरात ने चेतावनी दी है कि किसी भी इजराइली कब्जे को रेड लाइन माना जाएगा। ट्रम्प ने कहा है कि वो इजराइल को ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाने देंगे, जिससे अरब देशों के नेताओं में नाराजगी हो। 1967 के युद्ध में इजराइल ने वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी पर कब्जा किया था। फिलिस्तीनियों की मांग है कि ये तीनों क्षेत्र भविष्य में उनके राज्य का हिस्सा होने चाहिए। मानना है कि इजराइल का कब्जा टू स्टेट सॉल्यूशन (दो राष्ट्र समाधान) या अलग फिलिस्तीनी देश बनाने की संभावना को खत्म कर देगा। इजराइल की मौजूदा सरकार फिलिस्तीनी देश के बनने का विरोध करती है और वेस्ट बैंक के ज्यादा से ज्यादा हिस्से को अपने में मिलाना चाहती है। ------------------------ फिलिस्तीन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... फ्रांस समेत 5 देशों ने फिलिस्तीन को मान्यता दी:मैक्रों बोले- ये हमास की हार; UN चीफ ने कहा- ये इनाम नहीं, अधिकार है फ्रांस, मोनाको, माल्टा, लक्जमबर्ग और बेल्जियम ने फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे दी है। 22 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के बीच इजराइल-फिलिस्तीन विवाद के समाधान को लेकर बैठक हुई, जहां इसकी आधिकारिक घोषणा हुई। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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